HIGHLIGHTS
देश आज अपना 78वां स्वतंत्रता दिवस मना रहा है।
स्वतंत्रता दिवस पर 11वीं बार PM Modi की लाल किले से हुंकार।
भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई जारी रहेगी…
New Delhi, R.Kumar: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वतंत्रता दिवस पर लाल किले की प्राचीर से राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा फहराया। उसके बाद देश को संबोधित किया। इस दौरान पीएम मोदी ने 98 मिनट के अपने भाषण में सेकुलर कोड, रिफॉर्म, महिला अत्याचार, भ्रष्टाचार और मेडिकल एजुकेशन से लेकर नई शिक्षा नीति का भी उल्लेख किया। PM Modi का कहना था कि अब हम चाहते हैं कि आत्मनिर्भर बनें। दुर्भाग्य से हमारे देश में आजादी के बाद लोगों को एक प्रकार के माई-बाप कल्चर से गुजरना पड़ा है।सरकार से मांगते रहो, सरकार के सामने हाथ फैलाते रहो। हमने गवर्नेंस के इस मॉडल को बदला है। आज सरकार खुद लाभार्थियों के पास जाती है।
भ्रष्टाचार के खिलाफ जंग जारी रहेगी…
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले की प्राचीर से साफ कर दिया है कि भ्रष्टाचार के खिलाफ जंग जारी रहेगी। PM Modi का कहना था कि मैं भ्रष्टाचारियों से निपटकर रहूंगा। क्या कोई कल्पना कर सकता है कि मेरे देश में कुछ ऐसे लोग निकल रहे हैं, जो भ्रष्टाचार का महिमामंडन कर रहे हैं। समाज में इस प्रकार के बीज बोने का प्रयास हो रहा है, वो स्वस्थ समाज के लिए चुनौती है। भ्रष्टाचारियों से दूरी बनाना सही होता है, उसका महिमामंडन नहीं होना चाहिए। पीएम मोदी का कहना था कि मैं देशवासियों को कहना चाहता हूं कि हम नेकनीयत से राष्ट्र के प्रति अपने समर्पण से, हम विपरीत मार्ग पर जाने वाले लोगों के दिल जीतेंगे। राष्ट्र के सपनों को साकार करने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ेंगे। हमारा हर देशवासी भ्रष्टाचार की दीमक से परेशान रहा है।
हमने दुनिया को युद्ध नहीं दिया
प्रधानमंत्री मोदी का कहना था कि हम विश्व में जब समृद्ध थे, तब भी हमने दुनिया को युद्ध नहीं दिया। मैं विश्व समुदाय को विश्वास दिलाता हूं कि आप भारत के संस्कारों को समझिए। भारत के हजारों साल के इतिहास को समझिए। हमें संकट मत मानिए। इस भूमि में विश्व कल्याण का सामर्थ्य है। चुनौतियों को चुनौती देना हमारी फितरत में है. हम संकल्पों की पूर्ति के लिए देशवासियों का भाग्य बदलने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ेंगे।
बांग्लादेश का भी किया जिक्र
पीएम ने बांग्लादेश की हिंसा का भी जिक्र किया और कहा, बांग्लादेश में अशांति के बीच हिंदुओं और अन्य अल्पसंख्यकों की सुरक्षा को लेकर 140 करोड़ भारतीय भी चिंतित हैं। भारत की सदैव यही इच्छा रही है कि उसके पड़ोसी देश समृद्धि और शांति के मार्ग पर चलें। एक पड़ोसी देश के तौर पर बांग्लादेश में जो कुछ भी हुआ है, मैं उससे जुड़ी चिंता को समझ सकता हूं। मुझे उम्मीद है कि वहां स्थिति जल्द से जल्द सामान्य हो जाएगी। 140 करोड़ देशवासियों की चिंता वहां हिंदुओं और अल्पसंख्यकों की सुरक्षा सुनिश्चित करना है। आने वाले दिनों में भारत अपनी ‘विकास यात्रा’ में “बांग्लादेश के लिए शुभकामनाएं’ देता रहेगा क्योंकि हम मानव जाति के कल्याण के बारे में सोचते हैं।
देश में सेकुलर कोड होना चाहिए
PM Modi ने कहा कि हमारे देश में यूनिफॉर्म सिविल कोड की चर्चा चल रही है। सुप्रीम कोर्ट ने भी यूनिफॉर्म सिविल कोड को लेकर चर्चा की है। अनेक बार आदेश दिए हैं। क्योंकि देश का एक बहुत बड़ा वर्ग मानता है कि जिस सिविल कोड को लेकर हम जी रहे हैं, वो सिविल कोड सचमुच में एक कम्युनल और भेदभाव करने वाला सिविल कोड है। अब हमें सेकुलर सिविल कोड की तरफ जाना होगा। पीएम मोदी का कहना था कि हमारे संविधान की भावना कहती है कि इस विषय पर देश में गंभीर चर्चा हो, जो कानून धर्म के आधार पर देश को बांटते हैं। ऐसे कानूनी आधुनिक समाज नहीं बनाते। देश के संविधान निर्माताओं का भी ये सपना था। जो कानून धर्म के आधार पर देश को बांटते हैं, जो ऊंच-नीच का कारण बनते हैं, वैसे कानूनों के लिए देश में कोई जगह नहीं हो सकती। देश में 75 सालों से कम्युनल सिविल कोड है।