SPOT TV | Best News Channel

Sptlogo
November 21, 2024 3:31 pm
Download
Header Banner
Search
Close this search box.
66 बिसवा पोखरी पर मंडी समिति का अतिक्रमण, तहसील प्रशासन मौन-तमसा तट पर चित्रकला और रंगोली में कई स्कूलों के छात्रों ने बिखेरे जलवा,  विजेता को अंगवस्त्रम, पेन, घड़ी और प्रमाण-पत्र से हुए सम्मानित- 4 व 5 दिसंबर को होगी फुटबॉल प्रतियोगिता - डॉ शाश्वतानंद पांडे-दिल्ली के सराय काले खां चौक का नाम अब बिरसा मुंडा चौक, केंद्रीय गृह ने प्रतिमा का किया अनावरण।-दिल्ली के सराय काले खां चौक का नाम अब बिरसा मुंडा चौक, केंद्रीय गृह ने प्रतिमा का किया अनावरण।-दिल्ली के सराय काले खां चौक का नाम अब बिरसा मुंडा चौक, केंद्रीय गृह ने प्रतिमा का किया अनावरण।-दिल्ली के सराय काले खां चौक का नाम अब बिरसा मुंडा चौक, केंद्रीय गृह ने प्रतिमा का किया अनावरण।-दिल्ली के सराय काले खां चौक का नाम अब बिरसा मुंडा चौक, केंद्रीय गृह ने प्रतिमा का किया अनावरण।-दिल्ली के सराय काले खां चौक का नाम अब बिरसा मुंडा चौक, केंद्रीय गृह ने प्रतिमा का किया अनावरण।-एसडीएम ने कार्तिक पूर्णिमा पर लगने वाले मेले व घाट का किया निरीक्षण, दिए आवश्यक निर्देश

ठेठ किसानी अंदाज में दिखे CM साय, खेतों में बीजों का छिड़काव कर किया बोवनी की शुरुआत।

Share This News

Img 20240618 Wa0012

Raipur, News Desk:छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय अपने पैतृक गांव बगिया पहुंचे। इस दौरान उनका खेती किसानी वाला अंदाज एक बार फिर चर्चा में बना हुआ है। सीएम विष्णुदेव साय ने मानसून के आने से पहले पुश्तैनी खेतों में खेती-किसानी की शुरूआत की। ठेठ देशी अंदाज में वह खेत में पहुंचे और पूजा-पाठ के बाद खेतों में बीज का छिंड़काव कर बोवनी का श्रीगणेश किया। उन्होंने खुद किसानों की तरह पगड़ी बांधी, धान के बीजों की टोकरी ली और बोवनी की रस्म अदा की। मुख्यमंत्री साय का यह अनोखा अंदाज लोगों को खूब पसंद आ रहा है।

सीएम बने किसान
आपको बता दें कि जशपुर और सरगुजा क्षेत्र में किसानों के बीच एक परंपरा है, जिसमें परिवार के मुखिया के साथ-साथ परिवार के सदस्य भी धान के बीज बोने की रस्म में शामिल होते हैं। इस परंपरा का पालन करते हुए मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने खुद अपने हाथों से खेतों में बीज बोया और परिवार के अन्य सदस्यों ने भी ऐसा ही किया। परंपरा के अनुसार मुख्यमंत्री ने बीज को अपने हाथ में लिया और उन्हें खेतों में पांच बार बिखेरा उसके बाद उनके परिवार के सदस्यों ने भी ऐसा ही किया। इस दौरान सीएम का ये अंदाज लोगों के बीच कौतूहल का विषय बना हुआ था।

मुख्यमंत्री ने किया परंपरा का निर्वहन
इस दौरान मुख्यमंत्री विशेष कृषि परिधान में नजर आए। उन्होंने पगड़ी और पारंपरिक कपड़े पहने जिसके बाद टोकरी में धान के बीज रखकर पूजा की गई। बता दें कि मौसम विभाग ने आने वाले दिनों में मानसून के छत्तीसगढ़ में प्रवेश करने की संभावना जताई है। मानसून आने से पहले किसान छत्तीसगढ़ी परंपरा के अनुसार धान के बीज बोना शुरू कर देते हैं। इसी परंपरा का पालन करते हुए छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने खेत में धान के बीज बोए। इस दौरान सीएम ने लोगों से मुलाकात बात भी की।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Categories updates

66 बिसवा पोखरी पर मंडी समिति का अतिक्रमण, तहसील

जुलाई में जिलाधिकारी को दिया गया था शिकायती पत्र तहसील दिवस पर.

तमसा तट पर चित्रकला और रंगोली में कई स्कूलों

रोटरी क्लब मऊ एवं पर्यावरण विद शैलेंद्र कुमार के प्रयास से हुई.

 4 व 5 दिसंबर को होगी फुटबॉल प्रतियोगिता –

विक्ट्री इंटर कॉलेज में सामान्य ज्ञान प्रतियोगिता व फुटबॉल प्रतियोगिता को लेकर.