New Delhi, R.Kumar: देश में चुनाव खत्म हो गया है और एक बार फिर नरेंद्र मोदी जी भारत के प्रधानमंत्री बन गए हैं। तीसरी बार उन्होंने शपथ ली है। ऐसा करने वाले वे नेहरू जी के बाद दूसरे प्रधानमंत्री बन गए हैं। पीएम मोदी लगातार रिकॉर्ड बना रहे हैं वहीं दूसरी तरफ महंगाई भी तेजी से आसमान छूती जा रही है। इसका असर किचेन पर भी पड़ रहा है। आम आदमी की थाली से दाल और सब्जी गायब होने लगी है। दूध-दही के दामों में पहले ही इजाफा हो चुका है। अब आलू और टमाटर के भाव भी हाई हैं। दाल की कीमतें इस समय सातवें आसमान पर पहुंच गई हैं और आटा-चावल भी मंहगे होते जा रहे हैं।
मौसम के बाद अब महंगाई छुड़ा रही पसीना
जून के महीने में गर्मी के साथ-साथ महंगाई ने भी लोगों के पसीने छुड़ाने शुरू कर दिए हैं। दो जून की रोटी भी आम लोगों की जेब पर भारी पड़ रही है। महंगाई के आकड़ों के ने सारी पोल खोल कर रख दी है। मई के महीने में थोक महंगाई दर बढ़कर 15 महीने के उच्चतम स्तर पर पहुंच गई। मई में थोक महंगाई दर 2.61 फीसदी पर पहुंच गया है। यह अप्रैल के महीने में केवल 1.26 फीसदी ही थी। लेकिन मई के महीने में ये बढ़कर 2.61 फीसदी हो गई है।
सरकारी आंकड़ो के मुताबिक, मई में खाने की चीजें भी 10 महीने के उच्चतम स्तर 9.82 फीसदी पर पहुंच गई। दाल हो या सब्जी, फल हो या तेल सभी की कीमतों में इजाफा हो रहा है।
दाल और दूध-सब्जियों के दामों में इजाफा
जून में गर्मी के बीच जो अरहर की दाल 180 रुपये किलो में मिल रही थी, उसके दाम आज 220 से 230 तक पहुंच गए हैं। हालात यह हैं कि पिछले 20 दिन से दाल के दाम लगातार चढ़ते ही जा रहे हैं। तेल, दूध, सब्जियां, आलू और प्याज की कीमतों में बढ़ोतरी हुई है। अमूल, पराग, मदर डेयरी जैसी डेयरी फर्म ने दूध, दही, पनीर आदि प्रोडक्टस की कीमते पहले ही बढ़ा दी हैं। खाने वाले तेल की कीमतों में भी हाल के दिनों में तेजी से बढ़ोतरी हुई है। प्याज की कीमतों में बीते एक हफ्ते में 50 फीसदी की तेजी आई है। आलू की कीमतों में भी काफी तेजी आई है।
अब आंकड़ों में महंगाई की बात करें तो खाद्य महंगाई दर 1.88 प्रतिशत बढ़ गई है तो सब्जियों की महंगाई दर 32.42 पर्सेंट हो गई है। प्याज की महंगाई दर 58.05 फीसदी हो गई है। आलू की महंगाई दर 64.05 प्रतिशत है। दालों की महंगाई दर 21.95 फीसदी है। पिछले एक हफ्ते में सब्जियों के दामों में काफी वृद्धि हुई है। अब देखना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस बार महंगाई पर कितना लगाम लगा पाते हैं।