HIGHLIGHTS
- CM साय ने मां के नाम लगाया पौधा।
- “एक पेड़ मां के नाम” कैम्पेन शुरू।
- 70 लाख पौधों का रोपण।
Raipur, News Desk: मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने राज्य में पर्यावरण संरक्षण एवं हरीतिमा को बढ़ावा देने के उद्देश्य से ‘‘एक पेड़ मां के नाम‘‘ अभियान का बुधवार को विधिवत शुभारंभ किया। मुख्यमंत्री श्री साय ने इस मौके पर अपने निवास कार्यालय परिसर रायपुर में दहीमन का पौधा लगाया। इस मौके पर प्रदेशवासियों से अपनी मां के नाम एक पेड़ लगाने का आव्हान किया। इस अवसर पर मंत्री लखन लाल देवांगन, विभागों के अधिकारी एवं स्कूली बच्चे मौजूद रहे। आपको बता दें कि दहीमन का पौधा सरगुजा अंचल में बहुतायत रूप से मिलता है। औषधीय गुणों से भरपूर और यह कई बीमारियों के इलाज में यह उपयोगी है।
पीएम मोदी ने की थी एक पेड़ मां के नाम लगाने की अपील
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने एक पेड़ मां के नाम लगाए जाने की अपील देशवासियों से की है। पीएम मोदी की अपील का छत्तीसगढ़ राज्य में मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में क्रियान्वयन शुरू कर दिया गया है। छत्तीसगढ़ में 11 जुलाई को वन महोत्सव का राज्य स्तरीय आयोजन किया जाएगा।
70 लाख पौधों का रोपण होगा।
राज्य में ‘‘एक पेड़ मां के नाम‘‘ अभियान के अंतर्गत छत्तीसगढ़ राज्य में लोग अपनी मां के नाम पौधा लगाएंगे। पौध रोपण कार्यक्रम को सफल बनाने एवं पौध रोपण क्षेत्र के संरक्षण के लिए इसे जनप्रतिनिधियों द्वारा गोद भी लिया जाएगा। इस अभियान के अंतर्गत लोग अपनी श्रद्धा और आस्था के अनुरूप देवी-देवताओं के नाम पर भी पौध रोपण कर सकेंगे। वन क्षेत्रों के अलावा सामान्य क्षेत्रों में सड़कों के किनारे भी पौध रोपण किए जाएंगे। इस दौरान 70 लाख पौधों को लगाना है।
छत्तीसगढ़ सरकार की पहल।
राज्य में वन एवं पर्यावरण को बढ़ावा देने के लिए वन विभाग विभिन्न योजनाओं के अंतर्गत 3 करोड़ 95 लाख 85 हजार से अधिक पौधों का रोपण कर रही है, जिसमें से 2 करोड़ 82 लाख 35 हजार पौधों का रोपण किसान वृक्ष मित्र योजना के अंतर्गत हो रहा है। राज्य में अब तक सवा करोड़ से अधिक पौधों का रोपण किया जा चुका है। जुलाई माह के अंत तक शत-प्रतिशत पौधों का रोपण पूरा करने का लक्ष्य है। आपको बता दें क छत्तीसगढ़ राज्य का लगभग 44.24 प्रतिशत भौगोलिक क्षेत्र वनों से आच्छादित है। राज्य के वन क्षेत्र में 43.29 प्रतिशत आरक्षित वन, 40.21 प्रतिशत संरक्षित वन एवं शेष अवर्गीकृत वन सम्मिलित है। छत्तीसगढ़ राज्य वन आवरण की दृष्टि से देश में तीसरे स्थान पर है।