Indore, News Desk: इस वक्त मध्य प्रदेश के इंदौर से बड़ी खबर आ रही है। यहां कांग्रेस प्रत्याशी अक्षय कांति बम ने खुद ही अपना नामांकन वापस ले लिया और वे अब भाजपा में शामिल हो गए हैं। वहीं अक्षय कांति बम के इस कदम से कांग्रेस सदमें में आ गई है, क्योंकि इंदौर में नॉमिनेशन की डेट अब निकल चुकी है।
दिलचस्प बात यह है कि इंदौर से कांग्रेस प्रत्याशी अपना नामांकन वापस लेने के लिए इंदौर के कलेक्टरेट ऑफिस में, कैबिनेट मंत्री कैलाश विजयवर्गीय और बीजेपी विधायक रमेश मंदोला के साथ गए थे। वे नामांकन वापस लेने के बाद बीजेपी दफ्तर पहुंचे और पार्टी की प्राथमिक सदस्यता ले ली।
आपको याद होगा कि पिछले दिनों सूरत के कांग्रेस प्रत्याशी का नामांकन रद्द होने से बीजेपी प्रत्याशी की ऐतिहासिक निर्विरोध जीत हो गई थी। गौरतलब है कि बीजेपी ने इंदौर से मौजूदा सांसद शंकर लालवानी को टिकट दिया है। आज कांग्रेस को लगे इस बड़े झटके के घटनाक्रम की जानकारी मध्य प्रदेश के दिग्गज नेता और कैबिनेट मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने सोशल मीडिया के जरिए लोगों को दी है।
अक्षय को बीजेपी में लाने का प्लान
जानकारी के मुताबिक अक्षय कांति बम को बीजेपी में लाने का प्लान एक होटल में बनाया गया था। प्रत्याशी अक्षय ने नाम वापसी पर अनहोनी की आशंका जताई थी और कहा कि कांग्रेसी बवाल कर देंगे। इसी के चलते मंत्री विजयवर्गीय के साथ मेंदोला की एंट्री कराई गई थी। इसीलिए उनका नामांकन रद्द कराने के लिए दोनों ही नेता कलक्टरेट दफ्तर गए थे।
बता दें कि इस सीट पर अक्षय के अलावा अभी 21 उम्मीदवार हैं, और बीजेपी की कोशिश हैं कि सूरत की तरह ही इंदौर में भी पार्टी के प्रत्याशी निर्विरोध ही संसद पहुंच जाएं। इस मौके पर मध्य प्रदेश के डिप्टी सीएम जगदीश देवड़ा ने कहा कि अक्षय कांति बम का पार्टी में स्वागत है। लोग कांग्रेस की कार्यशैली से नाराज हैं, जो भी पार्टी में आएगा उसका स्वागत है।
कांग्रेस अब क्या करेगी?
अचानक हुए इतने बड़े राजनीतिक घटनाक्रम को लेकर कांग्रेस के बड़े नेता भी अवाक रह गए अब समझ नहीं आ रहा है कि कांग्रेस क्या करेगी क्योंकि पहले ही डमी प्रत्याशी का नामांकन निरस्त हो गया है। शहर अध्यक्ष सुरजीत सिंह चड्ढा की प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी से चर्चा चल रही है। माना जा रहा है कि किसी निर्दलीय को कांग्रेस बी फार्मा दे सकती है ताकि मुकाबले में वहां खड़ा हो सके और यह संदेश नहीं जाए कि कांग्रेस इंदौर से भाग खड़ी हुई। इस वक्त इंदौर से लेकर दिल्ली तक पार्टी के आला नेता विचार विमर्श करने में लगे हैं।