- डॉ. फैजान बोले- मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की दूरदर्शी सोच का नतीजा
दोहरीघाट, मऊ। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र दोहरीघाट ने ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता को लेकर एक और मील का पत्थर स्थापित किया। चिकित्सा अधीक्षक डॉ. मु0 फैजान के निर्देशन में गायनिक सर्जन डॉ. के जेड उस्मानी की टीम ने सोमवार को यहां 31वां सफल सीजरियन ऑपरेशन किया। ऑपरेशन के बाद जच्चा और बच्चा दोनों पूरी तरह स्वस्थ हैं। इस उपलब्धि पर खुशी व्यक्त करते हुए अधीक्षक डॉ. मु0 फैजान ने इसे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की स्वास्थ्य क्षेत्र में दूरदर्शी नीतियों का परिणाम बताया।
डॉ. फैजान ने कहा, “मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत करने के लिए जो प्रयास किए हैं, वे अब धरातल पर दिखने लगी हैं। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जैसे संस्थानों को संसाधन और विशेषज्ञ डॉक्टर उपलब्ध कराकर ग्रामीण क्षेत्रों में चिकित्सा सेवाओं को सुलभ और प्रभावी बनाया गया है।”
दोहरीघाट सीएचसी में गायनिक सर्जन की उपलब्धता ने बदली तस्वीर
डॉ मु0 फैजान ने कहा कि सीएचसी पर गायनिक सर्जन डॉ के जेड उस्मानी की मौजूदगी ने न केवल महिलाओं के लिए चिकित्सा सुविधाओं को आसान बनाया है, बल्कि गर्भावस्था और प्रसव से जुड़ी जटिलताओं को भी समय रहते दूर करने में मदद की है। अब महिलाएं बड़े शहरों के अस्पतालों पर निर्भर नहीं हैं, जिससे समय और धन दोनों की बचत हो रही है। उन्होंने बताया कि सीएचसी दोहरीघाट का बढ़ता विश्वास स्वास्थ्य केंद्र पर दिन-प्रतिदिन बढ़ रही मरीजों की संख्या इस बात का प्रमाण है कि सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं का लाभ सीधे जनता को मिल रहा है।
डॉ. के ज़ेड उस्मानी हैं सेवाभाव और विशेषज्ञता का प्रतीक
डॉ. उस्मानी की उपस्थिति ने सीएचसी दोहरीघाट को एक नई पहचान दी है। वे महिलाओं की जटिल चिकित्सा समस्याओं को हल करने के लिए हर समय तत्पर रहती हैं। उनके प्रयासों से सीजर ऑपरेशन जैसी जटिल प्रक्रियाएं अब आसानी से पूरी हो रही हैं, जो पहले केवल बड़े शहरों में ही संभव थीं।
डॉ. के जेड उस्मानी ने कहा कि “मेरा उद्देश्य महिलाओं को सुरक्षित और गुणवत्तापूर्ण चिकित्सा सेवा प्रदान करना है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने की योजना के तहत मुझे जो संसाधन मिले हैं, उससे मैं अपने कर्तव्यों का निर्वहन कर पा रही हूं।”
स्वास्थ्य केंद्र पर बढ़ा विश्वास
डॉ. मु0 फैजान ने बताया कि गायनिक सर्जन डॉ. के जेड उस्मानी के आने के बाद सीएचसी पर महिलाओं का आना बढ़ गया है। गर्भवती महिलाएं अब बड़े अस्पतालों पर निर्भर नहीं हैं, क्योंकि उन्हें अपने ही क्षेत्र में विशेषज्ञ सेवाएं मिल रही हैं। यह स्वास्थ्य केंद्र अब जच्चा-बच्चा की देखभाल के लिए एक भरोसेमंद संस्थान बन गया है।
ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं का विस्तार
डॉ. के जेड उस्मानी की विशेषज्ञता और समर्पण ने दोहरीघाट और आसपास के क्षेत्रों में स्वास्थ्य सुविधाओं को नई ऊंचाई दी है। उनकी उपस्थिति से महिलाओं को सुरक्षित प्रसव की गारंटी मिली है और इससे क्षेत्र की मातृ मृत्यु दर में कमी आने की उम्मीद है।
स्थानीय जनता ने व्यक्त की कृतज्ञता
डॉ. के ज़ेड उस्मानी और उनकी टीम के प्रति क्षेत्रवासियों ने आभार व्यक्त किया है। कैबिनेट मंत्री दर सिंह चौहान के प्रतिनिधि शिव प्रकाश उपाध्याय उर्फ सुब्बी बाबा का कहना है कि उनकी सेवाओं ने क्षेत्र में स्वास्थ्य के प्रति विश्वास बढ़ाया है।
स्थानीय निवासी प्रगति उपाध्याय, जिनका सीजर ऑपरेशन हाल ही में सफल हुआ, ने कहा, “डॉ. उस्मानी हमारे लिए भगवान का प्रतीक हैं। उन्होंने मेरा और मेरे बच्चे का जीवन सुरक्षित किया।”
सीएचसी दोहरीघाट की नई पहचान
डॉ. मु0 फैजान के नेतृत्व में डॉ. के ज़ेड उस्मानी, जनरल सर्जन डॉ. इरशाद, डॉ. शोभित, डॉ अविनाश कुंवर, डॉ प्रवीण यादव और उनकी टीम के प्रयासों ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र दोहरीघाट को क्षेत्र में चिकित्सा सेवाओं का एक आदर्श केंद्र बना दिया है। यहां नसबंदी, हर्निया, पथरी, हाइड्रोसील समेत सभी प्रकार की सर्जरी लगातार हो रही है। यहां अत्याधुनिक मशीनों से मरीजों का निःशुल्क ब्लड जांच, x-रे की सुविधा उपलब्ध है। भारत सरकार की महत्वाकांक्षी योजना के तहत HIV ई जांच के साथ निशुल्क आजीवन चलने वाली दवा का भी वितरण किया जाता है। टीवी के मरीजों के लिए निःशुल्क दवा और प्रोत्साहन राशि की भी व्यवस्था है जिससे क्षेत्र की जनता जनार्दन तक आसानी और सुगमता से लाभ मिल रहा है। यह उपलब्धि सरकार की दूरदर्शी नीतियों और स्थानीय चिकित्सा कर्मियों के समर्पण का परिणाम है। यह सफलता न केवल क्षेत्रवासियों के जीवन में बदलाव ला रही है, बल्कि यह संदेश भी दे रही है कि ग्रामीण क्षेत्रों में सही विशेषज्ञ और संसाधन मिलने पर स्वास्थ्य सेवाओं का स्तर कितना बेहतर हो सकता है।