HIGHLIGHTS
- ‘कहिए तो हम आपका पैर छू लें’- नीतीश!
- हाथ जोड़ पैर छूने के लिए उठे CM!
- इससे पहले भी हाथ जोड़ते दिखे हैं सीएम।
Patna, News Desk: बिहार के सीएम नीतीश कुमार का एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। इस वीडियो में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पुल का काम पूरा कराने के लिए एक अधिकारी के पैर छूने की बात करते नजर आ रहे हैं। यह वाक्या उस दौरान का है जब नीतीश कुमार पटना के जेपी गंगा पथ के गायघाट से कंगनघाट के हिस्से का लोकार्पण करने पहुंचे थे। इस दौरान सीएम नीतीश कुमार के साथ बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, विजय सिन्हा और सांसद रविशंकर प्रसाद भी मौके पर मौजूद थे।
कहिए तो हम आपका पैर छू लें-CM नीतीश
नीतीश कुमार ने इस दौरान कहा कि कहिए तो हम आपका पैर छू लें, क्या चीज का जरूरत है बोलिए, आपको करके देना होगा सरकार को, इस साल करवा दीजिए। मेरा बात मानिये, रास्ते में थोड़ी दूर जाकर रुक जाएं ये ठीक नहीं है, नीतीश कुमार के ये कहने पर अधिकारी ने कहा कि बनवाते हैं सर।
नीतीश कुमार ने बाद में उस अधिकारी से अलग से भी बात की। अधिकारी ने उन्हें आश्वासन दिया कि वो इस पुल का काम इस साल के अंत तक पूरा करा लिया जाएगा। इसपर नीतीश कुमार ने कहा कि इस पुल के बनने से नॉर्थ बिहार से लोगों को पटना आने के लिए बहुत सहूलियत होगी। इसी लिए इस पुल को बनवा रहे हैं। पहले ये पुल बख्तियारपुर तक बन रहा था। हम उत्तर बिहार के अलग-अलग इलाकों को पटना से जोड़ने के लिए तमाम पुल बना रहे हैं।
और देरी नहीं होना चाहिए-CM
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आगे कहा कि इससे लोगों को सबसे ज्यादा फायदा होगा। हमको पहले कहा था कि फरवरी तक ये पुल पूरा हो जाएगा लेकिन देरी हो गया। इसलिए हम उसको सबके सामने कह दिए हैं कि और देरी नहीं होना चाहिए। इसपर अधिकारी ने कहा हम 2024 तक इस पुल के काम को पूरा कर देंगे। हालांकि यह पहला मामला नहीं है। इसके पहले राजस्व और भूमि सुधार विभाग के एक कार्यक्रम में जल्दी काम करने को लेकर नीतीश कुमार ने एक आईएएस अधिकारी से कहा था कि हम आपके सामने हाथ जोड़ते हैं इस काम को जल्दी कर दीजिए।
तेजस्वी ने बताया लाचार CM
वहीं इंजीनियर के सामने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के हाथ जोड़ने की तस्वीर सामने आने के बाद बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने उन पर जमकर निशाना साधा है। तेजस्वी ने कहा, पूरे विश्व में इतना असहाय, अशक्त, अमान्य, अक्षम, बेबस, लाचार और मजबूर कोई ही मुख्यमंत्री होगा जो BDO, SDO, थानेदार से लेकर वरीय अधिकारियों और यहां तक कि संवेदक के निजी कर्मचारी के सामने बात-बात पर हाथ जोड़ने और पैर पड़ने की बात करता हो? बिहार में बढ़ते अपराध, बेलगाम भ्रष्टाचार, पलायन और प्रशासनिक अराजकता का मुख्य कारण यह है कि एक कर्मचारी तक मुख्यमंत्री की नहीं सुनता है?