
Patna: लोक आस्था का चार दिवसीय महापर्व छठ पूजा आज उगते सूर्य को अर्घ्य देने के साथ ही संपन्न हो गया।

व्रतियों ने सुबह गंगा, तालाबों, और घरों में बने घाटों पर स्नान कर उदीयमान सूर्य देव को अर्घ्य अर्पित किया और परिवार की सुख-समृद्धि की कामना की।

छठ पूजा के अंतिम दिन ‘उषा अर्घ्य’ का विशेष महत्व होता है। इस मौके पर श्रद्धालु महिलाओं ने पारंपरिक वेशभूषा में सूप में ठेकुआ, फल, और प्रसाद रखकर सूर्य देव की आराधना की। पूरा माहौल भक्ति और आस्था से सराबोर रहा।
पटना सहित पूरे बिहार, झारखंड, उत्तर प्रदेश और देश के अन्य हिस्सों में छठ पूजा की धूम रही। घाटों पर सुरक्षा के कड़े इंतज़ाम किए गए थे। प्रशासन ने सफाई और प्रकाश व्यवस्था की विशेष व्यवस्था की थी ताकि श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो।
व्रतियों ने 36 घंटे का निर्जला उपवास पूरा कर परिवार और समाज के कल्याण के लिए सूर्य देव और छठी मइया से आशीर्वाद मांगा।
लोकगीतों की मधुर ध्वनि और पारंपरिक रौनक ने घाटों का वातावरण अद्भुत बना दिया।


