- भ्रष्टाचार के आरोपों को लेकर तहसीलदार का बहिष्कार
- जब तक अधिवक्ता रूठा है न्याय प्रशासन झूठा है
घोसी। तहसीलदार शैलेंद्र चंद्र सिंह पर भ्रष्टाचार के खिलाफ वकीलों का आंदोलन चौथे दिन भी जारी है। तहसील बार एसोसिएशन के अध्यक्ष अनिल मिश्र के नेतृत्व में तहसील अधिवक्ताओं ने तहसील परिसर में नारेबाजी करते हुए चक्रमण किया और तहसीलदार का बहिष्कार किया।
तहसील बार एसोसिएशन के अध्यक्ष अनिल मिश्र ने कहा है कि शैलेंद्र चंद्र सिंह ने बिना साक्ष्य और सबूत के सैकड़ों महत्वपूर्ण फाइलों को खारिज किया था, जिससे आम जनता को अत्यधिक परेशानी का सामना करना पड़ा।
वरिष्ठ अधिवक्ता कालिकादत्त दत्त पाण्डेय ने कहा कि तहसीलदार ने जानबूझकर गलत फैसले लिए और कई मामलों में भ्रष्टाचार किया। उन्होंने कहा कि यह मामला केवल व्यक्तिगत नहीं है, बल्कि यह पूरे न्यायिक व्यवस्था की प्रतिष्ठा से जुड़ा हुआ है।
वरिष्ठ अधिवक्ता दिनेश राय ने शैलेंद्र चंद्र सिंह के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है और चेतावनी दी है कि जब तक तहसीलदार के खिलाफ कोई ठोस कदम नहीं उठाया जाएगा तो आंदोलन जारी रहेगा।
इस दौरान वरिष्ठ अधिवक्ता शमशाद अहमद, नजमुल इकबाल, जनार्दन यादव, सतीश पाण्डेय, तहसील बार एसोसिएशन के मंत्री राजेश सोनकर, पूर्व मंत्री ब्रजेश पाण्डेय, कैलाश,नदीम अख्तर, सुतीक्ष्ण मिश्र उमाशंकर उपाध्याय समेत बड़ी तादाद में जिला कलेक्ट्रेट बार और तहसील बार घोसी के अधिवक्ता मौजूद रहे।