
मऊ/ विवेक चौहान। घोसी विधानसभा सीट के खाली होते ही प्रदेश की राजनीति में अचानक उबाल आ गया है। राजनीतिक गलियारों में नए समीकरण बनते दिख रहे हैं और इसी बीच बुधवार को एक अहम और चर्चित मुलाकात ने माहौल को और गरमा दिया। घोसी के लोकप्रिय और सक्रिय नेता पूर्व विधायक विजय राजभर मुख्यमंत्री कार्यालय पहुंचे, जहाँ उनकी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की तस्वीर सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रही है।
इस वायरल तस्वीर ने सियासी हलकों में नई चर्चाओं को हवा दे दी है। क्षेत्र में यह कयास तेजी से लगाए जा रहे हैं कि विजय राजभर को भाजपा घोसी उपचुनाव में अपना उम्मीदवार बना सकती है।
विजय राजभर का राजनीतिक ग्राफ लगातार ऊपर
विजय राजभर का राजनीतिक करियर शुरुआत से ही चर्चा में रहा है। वर्ष 2019 के उपचुनाव में उन्होंने सुधाकर सिंह को मात देकर शानदार जीत हासिल की थी, जिसके बाद से वे लगातार सक्रिय राजनीति के केंद्र में रहे हैं।
सड़क से लेकर बिजली की समस्या, रेहड़ी-पटरी दुकानदारों से लेकर आम जनता के मुद्दों पर उनकी तेज और प्रभावी आवाज ने उन्हें क्षेत्र में खास पहचान दिलाई है।
क्षेत्र भ्रमण, लोगों से संवाद और समस्याओं के समाधान के प्रति उनकी तत्परता ने उनकी लोकप्रियता को और मजबूत किया है।
घोसी की जनता में बढ़ी उम्मीदें
भाजपा के संभावित उम्मीदवार के रूप में देख रहे राजभर को घोसी के स्थानीय लोगों में इस बात की चर्चा तेज है कि भाजपा इस उपचुनाव में विजय राजभर पर दांव लगा सकती है।
लोगों का कहना है कि क्षेत्र के विकास, समस्याओं के समाधान और उनकी जमीन से जुड़े नेता की छवि उन्हें सबसे मजबूत दावेदार बनाती है।
CM योगी से मुलाकात ने बढ़ाई अटकलें
विजय राजभर की मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से हुई मुलाकात को राजनीतिक संकेत के रूप में देखा जा रहा है।
अब सभी की निगाहें भाजपा हाईकमान के फैसले पर टिक गई हैं कि क्या विजय राजभर को ही उपचुनाव में आगे बढ़ाया जाएगा।
घोसी उपचुनाव से पहले इस तरह की हलचल ने प्रदेश की राजनीति में नया मोड़ ला दिया है, और आने वाले दिनों में कई महत्वपूर्ण घटनाक्रम देखने को मिल सकते हैं।
Edited by Umashankar


