घोसी। कासगंज में महिला अधिवक्ता मोहिनी तोमर का अपहरण कर हत्या और तहसील में अधिवक्ताओं के उत्पीड़न को लेकर स्थानीय अधिवक्ताओं का आक्रोश फूट पड़ा। अधिवक्ताओं ने नारेबाजी के साथ विरोध प्रदर्शन किया और न्यायिक कामकाज का बहिष्कार किया। अधिवक्ताओं ने दो घंटे तक पुलिस प्रशासन के विरोध में जबरदस्त नारेबाजी करते हुए घटना की जांच सीबीआई को सौंपने और हत्यारों को फांसी देने की मांग की।
अधिवक्ताओं की आम सभा
स्थानीय तहसील परिसर में तहसील बार एसोसिएशन के अध्यक्ष तारिक जफर आज़मी की अध्यक्षता में एक आम सभा का आयोजन किया गया। इस सभा में प्रदेश के कासगंज में महिला अधिवक्ता मोहिनी तोमर की अगवा कर हत्या की घटना पर गहरा आक्रोश व्यक्त किया गया तत्पश्चात पुण्य आत्म की शांति के लिए 2 मिनट का मौन रखा गया। इस दौरान तहसील के अधिकारियों द्वारा अधिवक्ताओं के प्रति दोहरे रवैया पर विचार किया गया।
न्यायिक कामकाज का बहिष्कार
आम सभा में घटनाओं के विरोध में न्यायिक कामकाज से विरत रहने का प्रस्ताव पारित किया गया। इसके बाद, अधिवक्ताओं ने तहसील परिसर में पुलिस और प्रशासन के खिलाफ घंटों नारेबाजी की। आक्रोशित वकील नारेबाजी करते हुए एसडीएम दफ्तर के सामने पहुंचे।
एसडीएम को सौंपा प्रस्ताव
वकीलों ने चेंबर में मौजूद एसडीएम आनंद कुमार को पोर्टिको में बुलाकर ज्ञापन सौंपा और मांग की कि महिला अधिवक्ता की हत्या की जांच सीबीआई से कराई जाय, साथ ही दोषियों को फांसी की सजा दी जाए।
कामकाज का बहिष्कार
कामकाज के बहिष्कार के चलते अदालतों में सन्नाटा पसरा दिखाई दिया। आम सभा का संचालन तहसील बार एसोसिएशन के मंत्री जय प्रकाश यादव और संयोजन वरिष्ठ अधिवक्ता ए जेड इस्लाम ने किया।
इस दौरान वरिष्ठ अधिवक्ता कालिका दत्त पाण्डेय ब्रह्मदेव उपाध्याय एड, अखिलेश सिंह एड, नजमुल इकबाल एड, शमशाद अहमद एड, दिनेश राय एड, जनार्दन यादव एड, रमेश श्रीवास्तव एड, अतुल यादव एड, विपुल राय एड, ज्ञान प्रकाश एड, सतीश पाण्डेय एड, राजेंद्र यादव एड, अरविंद सिंह एड, सुतीक्ष्ण मिश्र एड, राजू निगम एड, रामप्रवेश यादव एड, नीतीश राजभर एड समेत बड़ी तादाद में तहसील के अधिवक्ता मौजूद रहे।