
छठ पूजा 2025 की झलकियां
• पटना में गंगा घाटों पर श्रद्धालुओं का सैलाब।
• रांची के कांके डैम घाट पर दीपों की रोशनी।
• दिल्ली-एनसीआर में पारंपरिक सजावट और संगीत।
• मुंबई के जुहू बीच पर छठ मईया की पूजा में उमड़ा जनसागर।
Patna/Ranchi/Delhi NCR/Mumbai: छठ महापर्व का सोमवार को पहला अर्घ्य पूरे श्रद्धा और आस्था के साथ संपन्न हुआ। गंगा घाटों से लेकर कृत्रिम जलाशयों तक, छठव्रतियों ने भगवान सूर्य को पहला अर्घ्य अर्पित किया। पटना, रांची, दिल्ली-एनसीआर और मुंबई में श्रद्धालुओं ने डूबते सूर्य को अर्घ्य अर्पित किया। घाटों पर भक्ति, रोशनी और लोकगीतों की गूंज रही। कल उदीयमान सूर्य को दूसरा अर्घ्य दिया जाएगा।
Patna, Ranchi, Delhi-NCR and Mumbai के घाटों पर उमड़ा जनसैलाब
पटना के दीघा, कुर्जी और कंकड़बाग घाटों पर हजारों श्रद्धालु पहुंचे। रांची के हरमू और कांके डैम घाटों पर व्रतियों ने सूर्य को जल अर्पित किया। दिल्ली-एनसीआर में नोएडा, गाज़ियाबाद, गुरुग्राम और फरीदाबाद के छठ घाटों पर सजावट और रोशनी की बहार रही। मुंबई के जुहू बीच और पवई झील के किनारे भी प्रवासी बिहारी और उत्तर भारतीय समुदाय ने छठ मईया की पूजा पूरे उत्साह से की। व्रतियों ने सूर्यास्त के समय भगवान भास्कर को पहला अर्घ्य अर्पित किया।
सोसाइटी और घर की छतों पर भी दिया अर्घ्य
संध्या सूर्यास्त के समय पटना,रांची और दिल्ली एनसीआर के कई सोसाइटी में भी छठ वर्तियों के लिए तावाब का निर्माण किया गया है। यहां भी बड़ी संख्या में लोगों ने डूबते सूर्य को अर्ध्य दिया। वहीं कई जगह लोगों ने अपने छत पर भी भगवान भाष्कर को अर्घ्य अर्पित किया। इस मौके पर छठ की छठा देखते बन रही है।
महिलाओं ने किया पहला अर्घ्य, कल होगा उदीयमान सूर्य को दूसरा अर्घ्य
आज संध्या सूर्यास्त के समय व्रतियों ने डूबते सूर्य को अर्घ्य दिया। महिलाएं पारंपरिक वेशभूषा में सजीं और सूप लिए जल में खड़ी होकर सूर्य को प्रणाम करती रहीं। कल प्रातः उदीयमान सूर्य को दूसरा अर्घ्य अर्पित किया जाएगा, जिसके साथ चार दिवसीय छठ पर्व का समापन होगा।
भक्ति और लोकगीतों से गूंजे घाट
घाटों पर छठी मईया के गीतों की गूंज रही- “केलवा जस घरे आज, छठी मइया आवेली अंगना…”। स्थानीय प्रशासन ने सुरक्षा और स्वच्छता के कड़े इंतज़ाम किए हैं। पटना और रांची में नदी किनारे विशेष रोशनी और ड्रोन कैमरों से निगरानी की जा रही है। कल यानि मंगलवार को सूर्योदय के समय उदीयमान सूर्य को दूसरा अर्घ्य दिया जाएगा, जिसके साथ चार दिवसीय छठ पर्व का समापन होगा।


