Patna: आज जदयू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजीव रंजन व प्रदेश मीडिया पैनलिस्ट डॉ. मधुरेन्दु पाण्डेय ने संयुक्त बयान जारी कर तेजस्वी यादव को जम कर निशाने पर लिया. उन्होंने कहा कि चार चरण के मतदान के बाद तेजस्वी शारीरिक व मानसिक दोनों तौर पर थक गये हैं. इसीलिए वह झूठ बोलने और अपने से बड़े नेताओं के प्रति अशोभनीय टिप्पणियां करने पर उतर आये हैं.
उन्होंने कहा कि झूठ के सहारे जनता को भरमाने की कोशिश कर करे तेजस्वी को जानना चाहिए कि बिहार की जनता अभी भी उनके जंगलराज को भूली नहीं है. उस पर से उनके बयान और कार्यकर्ताओं को सरेआम पीटने की उनकी संस्कृति यह बताती है कि वह अभी भी 90 के दशक वाली अपनी लट्ठमार संस्कारों से उबरे नहीं है.
जदयू प्रवक्ता ने कहा कि राजद के युवराज को जानना चाहिए कि जनता को पता है कि राजद का मतलब ही ‘रोजाना जंगलराज का डर’ है. इनके राज में विकास का मतलब अपराधियों और नक्सलियों का विकास था. उद्योग के नाम पर रंगदारी और अपहरण उद्योग चलते थे. स्कूटर पर भैंस व अन्य मवेशी ढोए जाते थे. हत्या ,लूट,बलात्कार, अपहरण, नरसंहार, जातीय भेदभाव की खबरों से अखबार के पन्ने रंगे रहते थें. यहाँ तक की पशुओं का चारा और रोड का अलकतरा तक सुरक्षित नहीं था.
उन्होंने कहा कि आज नीतीश कुमार के राज में बिहार की बदली फिजा राजद को रास नहीं आ रही है. Led के प्रकाश से जगमगाते बिहार को यह वापस लालटेन युग में ले जाना चाहते हैं. 5जी, बिजली, बेहतरीन सड़कें और सुरक्षित वातावरण को यह विकास नहीं मानते. गरीबों-पिछड़ों और अतिपिछड़ों को नीतीश राज मिला आरक्षण और उनका हुआ सशक्तिकरण देख कर राजद के युवराज का कलेजा फटता है. यही वजह है कि यह लोग आज नीतीश कुमार जैसे जनप्रिय नेता के प्रति अमर्यादित टिप्पणी करने से बाज नहीं आ रहे हैं. हकीकत में तेजस्वी राजनीतिक अपरिपक्वता का पूरी तरह शिकार हो चुके है, इसीलिए उनके सलाहकार जो लिख कर दे देते हैं उसे ही पढ़ कर यह अपनी राजनीतिक दुकानदारी चला रहे हैं.