HIGHLIGHTS
- दिल्ली के सराय काले खां चौक का नाम बदला।
- अब बिरसा मुंडा चौक रखा गया नाम।
- भगवान बिरसा मुंडा की जयंती पर फैसला।
New Delhi, R.Kumar: भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती के मौके पर मोदी सरकार ने बड़ा फैसला किया है। अब दिल्ली के सराय काले खां ISBT चौक को अब बिरसा मुंडा चौक के नाम से जाना जाएगा। सरकार ने दिल्ली के मशहूर सराय काले खां ISBT चौक का नाम बदलकर बिरसा मुंडा चौक रख दिया है।मोदी सरकार में केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर ने नाम बदलने की घोषणा की। इसके अलावा इस चौक के पास ही बिरसा मुंडा की भव्य प्रतिमा का भी अनावरण किया गया है।
केंद्रीय मंत्री खट्टर ने किया ऐलान
केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा, “मैं आज घोषणा कर रहा हूं कि यहां आईएसबीटी बस स्टैंड के बाहर बड़े चौक को भगवान बिरसा मुंडा के नाम से जाना जाएगा। इस प्रतिमा और उस चौक का नाम देखकर न केवल दिल्ली के नागरिक बल्कि बस स्टैंड पर आने वाले लोग भी निश्चित रूप से उनके जीवन से प्रेरित होंगे।”
अमित शाह ने किया मूर्ति का अनावरण
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने दिल्ली में बिरसा मुंडा की जयंती के मौके पर उनकी भव्य प्रतिमा का अनावरण किया। इस मौके पर उन्होंने कहा, “अभी हमारे एलजी साहब ने मुझे बताया कि ये 30 हज़ार हेक्टेयर ज़मीन जिस पर ये बांसेरा बनाया गया है, कभी कूड़े का ढेर हुआ करता था और आज यहां लाखों पक्षी आते हैं। जब कोई सरकार लोगों और समाज के कल्याण को ध्यान में रखकर आती है, तो ये उसका उत्तम उदाहरण है…” झारखंड में सिद्धों कानो का या बिरसा मुंडा हो, राजस्थान का आंदोलन, महाराष्ट्र, तेलंगाना, राजस्थान, मध्य प्रदेश, तेलंगाना। इन सब जगह आदिवासियों के नेत्रित्व में आंदोलन चला। पूर्वोत्तर में नागा, खासी में आदिवासी आंदोलन चला, लेकिन दुर्भाग्य से इनका नाम भुला दिया गया। लेकिन मोदी सरकार 2014 से ये काम कर रही है और आदिवासियों से जुड़े तीन संग्रहालयों का निर्माण किया गया है। 2026 से पहले ये तीन संग्रहालय जनता के लिए खुलेंगे। 75 साल में पहली बार किसी आदिवासी को राष्ट्रपति बनने का मौका मोदी सरकार ने किया है।’