Pakistan: भारत के पड़ोसी देश पाकिस्तान के हालात दिन पर दिन और खराब होते जा रहे हैं। गरीबों की संख्या में लगातार बढ़ोत्तरी हो रही है। ये हम नहीं कह रहे हैं बल्कि वर्ल्ड बैंक ने अपनी रिपोर्ट में कहा है, कि पाकिस्तान के आर्थिक हालात बेहद खराब हैं। देश नाजूक मोड़ पर खड़ा है।
वर्ल्ड बैंक की रिपोर्ट में पाक की हालत खराब
पाकिस्तान में प्रत्येक दिन यहां की अर्थव्यवस्था 1.8 % कम हो रही है, गरीबों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी देखने को मिल रही है। महंगाई की मार से पाक की आम जनता परेशान है, वहीं विश्व बैंक ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि पाक प्रमुख व्यापक आर्थिक लक्ष्यों को पूरा करने में पूरी तरह असफल है। आगे कहा कि पाकिस्तान आने वाले 3 साल तक अपने बजट में बहुत पीछे रहने वाला है।
भूखमरी के कगार पर पाकिस्तान
विश्व बैंक की रिपोर्ट बताती है कि आर्थिक वृद्धि मामूली 1.8 फीसदी के आस-पास है। इसके बावजूद गरीबी लगभग 40 % बढ़ रही है। जबकि पहले से ही पाकिस्तान के 98 मिलीयन लोग गरीबी के शिकार हैं। अगर पाक के आर्थिक हालात नहीं सुधरे तो बहुत जल्द 10 मिलियन लोग गरीबी रेखा से जुड़ जाएंगे।
वर्ल्ड बैंक का कहना है कि वित्तीय वर्ष की पहली तिमाही में देखा गया कि हर दिन मजदूरों की मजदूरी बढ़ने के बजाय घटती जा रही है। इसके साथ बच्चे भी स्कूल जाने से वंचित हो रहे हैं, क्योंकि पाकिस्तान में आम जनता का जीवन-यापन दिन प्रतिदिन संकट की ओर बढ़ रहा है।
महंगाई की मार से मर रहे पाकिस्तानी
यहां महंगाई इस कदर बढ़ गई है कि लोगों के पहुंच से बाहर हो गई है। पेट्रोल की कीमत 290 रुपये प्रति लिटर है वहीं केला 300 रुपये दर्जन,प्याज 300 रुपये किलो,शिमला मिर्च और सेव 400 रुपये किलो मिल रहा है। अब ऐसे में कल्पना कर लीजिए कि वहां कैसे लोग गुजारा कर रहे हैं। ऐसे में पाकिस्तानियों की महंगाई ने रमजान और जिन्दगी दोनों खराब कर रखी है। इस बीच खबर है कि पाक के प्रधानमंत्री Shahbaz Sharif एक बार फिर फंड जुटाने के लिए आईएमएफ के बाद सउदी अरब से मदद की भीख मांग रहे हैं।