New Delhi: PM नरेंद्र मोदी ने सोमवार को Dwarka Expressway का उद्घाटन किया। ये देश में अपनी तरह का पहला एलिवेटेड 8 लेन एक्सेस कंट्रोल एक्सप्रेस वे है जो कि करीब 9000 करोड़ की लागत से तैयार किया जा रहा है। हरियाणा के गुरुग्राम में खेड़की दौला टोल प्लाजा के पास से दिल्ली के महिपालपुर तक आने वाले द्वारका एक्सप्रेस वे का पीएम ने उद्घाटन किया।
इसकी खासियत क्या है?
यह देश का पहला एक्सप्रेस-वे है जो सिंगल पिलर पर आठ लेन का एक्सप्रेस-वे है। यह कई मामले में बुर्ज खलीफा और एफिल टावर को भी पीछे छोड़ देगा। इसके निर्माण में दो लाख एमटी स्टील का इस्तेमाल होगा जो एफिल टावर के निर्माण की तुलना में 30 गुना अधिक है। वहीं, 20 लाख सीयूएम कंक्रीट का इस्तेमाल किया जाएगा जो बुर्ज खलीफा की तुलना में छह गुना अधिक है।
दिल्ली-गुरुग्राम एक्सप्रेस-वे पर राहत।
इसके चालू हो जाने के बाद दिल्ली-गुरुग्राम एक्सप्रेस-वे पर ट्राफिक से लोगों को राहत मिलेगी। दिल्ली-गुरुग्राम एक्सप्रेस-वे पर से ट्रैफिक का दबाव कम करने के लिए दिल्ली के महिपालपुर में शिवमूर्ति के सामने से लेकर गुरुग्राम में खेड़कीदौला टोल प्लाजा के नजदीक तक द्वारका एक्सप्रेस-वे बनाया जा रहा है।
द्वारका एक्सप्रेस-वे की लंबाई 29 किलोमीटर है।
पूरा प्रोजेक्ट तैयार होने के बाद दिल्ली-गुरुग्राम एक्सप्रेस-वे पर से 30 प्रतिशत से अधिक ट्रैफिक का दबाव कम होने की उम्मीद है। द्वारका एक्सप्रेस-वे की लंबाई केवल 29 किलोमीटर है। यह देश का सबसे छोटा एक्सप्रेस-वे है। इसका 18.9 किमी गुरुग्राम में, वहीं 10.1 किमी हिस्सा दिल्ली में पड़ता है। 23 किलोमीटर हिस्सा एलिवेटेड और लगभग चार किलोमीटर अंडरग्राउंड टनल बनाया जा रहा है।
2047 में देश बनेगा विकसित भारत।
पीएम ने कहा कि मैं न छोटा सोच सकता हूं, न मैं मामूली सपने देखता हूं और न ही मैं मामूली संकल्प करता हूं। मुझे जो चाहिए विराट चाहिए, विशाल चाहिए और तेज गति से चाहिए क्योंकि 2047 में मुझे देश को ‘विकसित भारत’ के रूप में देखना है।