SPOT TV | Best News Channel

Sptlogo
December 21, 2024 10:04 pm
Download
Header Banner
Search
Close this search box.
कलेक्ट्रेट बार एसोसिएशन चुनाव : अध्यक्ष पद के लिए दिनेश राय ने किया नामांकन, मिल रहा अधिवक्ताओं का समर्थन-प्रसिद्ध तबला वादक उस्ताद जाकिर हुसैन का निधन, अमेरिका के अस्पताल में थे भर्ती।-प्रसिद्ध तबला वादक उस्ताद जाकिर हुसैन का निधन, अमेरिका के अस्पताल में थे भर्ती।-प्रसिद्ध तबला वादक उस्ताद जाकिर हुसैन का निधन, अमेरिका के अस्पताल में थे भर्ती।-प्रसिद्ध तबला वादक उस्ताद जाकिर हुसैन का निधन, अमेरिका के अस्पताल में थे भर्ती।-नए पेराई सत्र पर सहकारी चीनी मिल्स घोसी में विधि विधान से हुआ भव्य शुभारंभ-मऊ: स्व. जवाहर लाल पाण्डेय एडवोकेट की श्रद्धांजलि सभा आयोजित, जिले के गणमान्य लोगों ने दी श्रद्धांजलि-सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र दोहरीघाट पर 31वां सफल सीजर ऑपरेशन-सर्वोदय पब्लिक स्कूल में विज्ञान प्रदर्शनी का आयोजन, विद्यार्थियों ने किया उत्कृष्ट प्रदर्शन-Manipur violence के ज्वलंत मुद्दे पर बनने जा रही फिल्म 'The Diary of Manipur', इस फिल्म से डेब्यू कर रहे हैं अमित राव।

होलिका और इलोजी: एक अधूरी प्रेम कहानी, लैला-मजनू को भूल जाएंगे..!

Share This News

Screenshot 2024 03 24 214628

नई दिल्ली: देशभर में होली का पर्व बहुत धूमधाम से मनाया जा रहा है। होली के पर्व को लेकर अगल ही उत्साह लोगों में देखने को मिल रहा है। होली के पर्व को बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक माना जाता है। होली के दिन होलिका दहन किया जाता है और एक-दूसरे को रंग लगाकर बधाई दी जाती है।

होलिका राक्षस कुल के राजा हिरण्यकश्यप की बहन थी। उन्होंने अपने भतीजे प्रहलाद को गोद में लेकर मारने की कोशिश की लेकिन उन्होंने खुद की जान गवां ली। इतना तो सब जानते हैं लेकिन आज हम आपको बताने जा रहे हैं, होलिका दहन के पीछे की एक दर्द भरी Love Story के बारे में जिसे जानकर आप हैरान रह जाएंगे। यह कथा आपको हिमाचल की लोक कथाओं में सुनने को आज भी मिल जाएगी।

होलिका और इलोजी की Love Story
होलिका राजा हिरण्यकश्यप की बहन थी और उनको वरदान में ऐसी दुशाला मिली थी कि जिसे ओढ़ने पर अग्नि उसका कुछ नुकसान नहीं पहुंचा सकती थी। कथा के अनुसार, होलिका और इलोजी एक दूसरे से बेहद प्रेम करते थे। इलोजी को कामरूप का प्रतिरूप कहा जाता था। होलिका और इलोजी ने विवाह करने का फैसला किया। कुछ दिन बाद होलिका का विवाह इलोजी से तय हो गया था और विवाह की तिथि फाल्गुन पूर्णिमा की रात निकली थी। लेकिन किस्मत को उस दिन कुछ और ही मंजूर था। इस कथा की मानें तो होलिका केवल एक बेबस प्रेमिका थी, जो अपने प्रिय इलोजी को बचाने के लिए हवन कुंड में जल गई।

होलिका ने हिरण्यकश्यप को किया था मना
हिरण्यकश्यप अपने बेटे प्रहलाद की विष्णु भक्ति से काफी परेशान थे। हिरण्यकश्यप ने कई बार अलग-अलग तरीकों से अपने बेटे को समझाने की कोशिश की लेकिन हर बार नाकामी मिली। इसलिए एक दिन हिरण्यकश्यप ने अपने बेटे की बलि देने का फैसला कर लिया। चूंकि होलिका को अग्नि से बचने का वरदान मिला था तो हिरण्यकश्यप ने एक योजना बनाई। योजना के अनुसार, होलिका प्रहलाद को लेकर हवन कुंड में बैठेगी, जिससे हिरण्यकश्यप को प्रहलाद से मुक्ति मिल जाएगी। इस योजना के बारे में राजा ने होलिका को बताया लेकिन होलिका ने मना कर दिया।

होलिका को हिरण्यकश्यप ने दी सजा देने की धमकी
हिरण्यकश्यप के बार-बार कहने पर भी होलिका नहीं मानी तो हिरण्यकश्यप ने विवाह में खलल डालने की धमकी दी और इलोजी को सजा देने की भी धमकी दी। बेबस होकर होलिका ने अपने भाई की बात मान ली और हवन कुंड में प्रहलाद को लेकर बैठने की बात स्वीकार कर ली। फाल्गुन पूर्णिमा के दिन होलिका का विवाह तय हुआ था तो हिरण्यकश्यप ने कहा कि पहले प्रहलाद को लेकर हवन कुंड में बैठ जाना और फिर तुम इलोजी के साथ विवाह कर सकती हो।

जलकर राख हो गई होलिका
इधर इलोजी को इस बात की जानकारी नहीं थी की हिरण्यकश्यप होलिका पर दबाव बना रहे हैं। जबकि वह पूर्णिमा के दिन बारात लेकर आ रहे थे। महल में विष्णु भक्त प्रहलाद को लेकर अग्नि कुंड में होलिका बैठ गईं लेकिन प्रहलाद को जलाने के चक्कर में खुद ही भस्म हो गई। बारात लेकर पहुंचे इलोजी ने जब यह नजारा देखा कि होलिका जलकर राख हो गई है तो वह यह बात स्वीकार नहीं कर सके और उन्होंने भी उसी अग्नि कुंड में कूद लगा दी थी लेकिन तब तक अग्नि शांत हो चुकी थी। व्याकुल इलोजी यह देखकर हताश हो गए और सब कुछ छोड़कर वन को चले गए। होलिका की मौत से यह प्रेम कहानी अधूरी रह गई। होलिका से शादी नहीं होने के कारण इलोजी ने फिर कभी शादी नहीं की और उनकी यह प्रेम कहानी अमर हो गई। आज भी हिमाचल प्रदेश में होलिका और इलोजी की प्रेम कहानी गाकर याद करते हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Categories updates

कलेक्ट्रेट बार एसोसिएशन चुनाव : अध्यक्ष पद के लिए

प्रमोद सिंह पालीवाल, चंद्रशेखर उपाध्याय और पंचानन वर्मा भी चुनावी मैदान में.

प्रसिद्ध तबला वादक उस्ताद जाकिर हुसैन का निधन, अमेरिका

New Delhi: प्रसिद्ध तबला वादक जाकिर हुसैन अब हमारे बीच नहीं रहे।.

नए पेराई सत्र पर सहकारी चीनी मिल्स घोसी में

मिल का संचालन किसानों के लाभ के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण – दारा.