- विसर्जन स्थल पर पुलिस मुस्तैद: थाना प्रभारी प्रमेंद्र सिंह
दोहरीघाट। शारदीय नवरात्र संपन्न होते ही मां दुर्गा के विविध स्वरूपों का पूजन अर्चन करने के बाद अब उनकी धूमधाम से विदाई की जा रही है। दुर्गा पंडालों से मूर्तियों को विसर्जन के लिए नाचते गाते जयकारे लगाते धूमधाम से ले जाया जा रहा है।
दोहरीघाट थाना अंतर्गत करीब 100 से अधिक स्थानों पर पंडाल सजाए गए थे। यहां मूर्तियों की स्थापना करके पूजन अर्चन किया जाता रहा। कन्या पूजन, भंडारा, और डीजे की धूम मची रही। श्रद्धालु परिवार सहित माता रानी के दरबार में दर्शन पूजन के लिए पहुंचते रहे।
नवमी को हवन करने के बाद दशमी से मूर्तियों का विसर्जन किया जा रहा है। इसी क्रम में शनिवार को उत्तर वाहनीं मां सरजू की पावन पवित्र जल धारा में वैदिक मंत्रों के साथ दर्जनों दुर्गा प्रतिमाओं का विसर्जन किया गया। लोग माता रानी की विसर्जन शोभायात्रा में अबीर गुलाल उड़ाते रहे। भजन पर थिरकते श्रद्धालु काफी दूर तक पैदल ही जाते नजर आ रहे थे। इस दौरान विसर्जन स्थान यानी रामघाट पर पुलिस की कड़ी व्यवस्था की गई थी। विसर्जन शोभायात्राओं के साथ ही पुलिस चल रही है।
दोहरीघाट थानाध्यक्ष प्रमेंद्र सिंह ने बताया कि माता रानी के भक्तों को विसर्जन में किसी तरह की परेशानी न आए इसके लिए जगह जगह पर अतिरिक्त पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। दूर-दराज से आने वाली प्रतिमाओं का नदी की धारा में विसर्जन करने के लिए प्रशिक्षित लोगों को तैयार किया गया है। उन्होंने बताया कि सभी प्रतिमाओं को राम घाट पर क्रमबद्ध तरीके से ले जाकर नदी की धारा में विसर्जन कराया जा रहा है। उन्होंने कहा कि विसर्जन के दूसरे दिन करीब एक दर्जन से ज्यादा प्रतिमाओं का विसर्जन हुआ। विसर्जन के दौरान थाना प्रभारी प्रमेंद्र सिंह, उप निरीक्षक आदर्श दुबे, उप निरीक्षक अमित सिंह, उप निरीक्षक अंशी शुक्ला, सुमित राय, राज बहादुर यादव सहित अन्य पुलिस कर्मी नदी तट पर तैनात रहे।