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· अटल-आडवाणी की बीजेपी नहीं है।
· पीएम मोदी और शाह का दौर है।
· नारी की मान- मर्यादा ताक पर?
नई दिल्ली,राजेश कुमार: भारतीय जनता पार्टी जो चाल,चरित्र और चेहरा की बात करती है। बीजेपी जो मान-सम्मान की बात करती है। भाजपा जो सभ्यता और संस्कृति की दुहाई देती है। लेकिन आज की तारीख में पीएम नरेंद्र मोदी और अमित शाह जी की कही जाने वाली पार्टी के नेता अपनी सारी मान- मर्यादा को ताक पर रखकर महिला का अपमान करने पर तुले हुए हैं। ताजा मामला है कर्नल सोफिया कुरैशी के खिलाफ ‘अपमानजनक’ टिप्पणी करने वाले एमपी के मंत्री विजय शाह का।
आदिम जाति कल्याण मंत्री विजय शाह के खिलाफ पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली है। एफआईआर मध्य प्रदेश हाई कोर्ट के आदेश पर दर्ज की गई। आपको याद होगा कि कर्नल सोफिया ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के दौरान पूरे विश्व के सामने भारत के पक्ष को रखा था। उन्होंने भारतीय सेना के पराक्रम की कहानी सुनाई थी जिससे हर भारतीय का सीना फक्र से चौड़ा हो गया था।
क्या कहा था मंत्री विजय शाह ने?
आदिम जाति कल्याण मंत्री शाह ने सोमवार को इंदौर के पास रामकुंडा गांव में एक सभा में उन्होंने कर्नल कुरैशी के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणियां कर बड़ा विवाद खड़ा कर दिया है। उन्होंने कर्नल सोफिया को ‘आतंकवादियों की बहन’ के रूप में पेश करने की कोशिश की थी।
विवाद बढ़ने पर मध्य प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष वीडी शर्मा ने उन्हें तत्काल तलब किया। रात में विजय शाह उनसे मिलने पहुंचे। बाद में सफाई देते हुए कहा, ‘जिस दिन से पहलगाम की घटना हुई, मैं विचलित हूं। मेरे परिवार से कई लोग सेना में रहे हैं। घटना के बाद जहां हमारी हिंदू बहनों का सुहाग उजाड़ दिया गया, उनके पिता-भाई-बेटे मौत के घाट उतार दिए गए। सोफिया बहन मेरी सगी बहन से भी बड़ी है। मेरा न तो ऐसा मन था, न तो ऐसी कोई इच्छा थी।
अगर उनके बयान से किसी को ठेस पहुंची है तो वह दस बार माफी मांगने को तैयार हैं। मेरा मकसद किसी की छवि खराब करना नहीं था। हम देशप्रेमी आदमी हैं। हर समाज के लोगों ने देश के लिए काम किया है। मैं भगवान नहीं हूं, इंसान हूं। गुस्से में अगर कोई बात मुंह से निकल गई हो तो मुझे माफ करें।’
माफी मांगी या मजाक उड़ाया
लगातार सोशल मीडिया पर मंत्री विजय शाह की लोग जमकर निंदा कर रहे हैं। आम जनता से लेकर पार्टी के अंदर भी उन्हें मंत्री पद से हटाने की मांग हो रही है। विजय शाह ने अपने बयान पर माफी तो मांग ली है लेकिन बड़े हल्के तरीके से। उन्होंने माफी मांगी भी और कहा ‘मैं भगवान नहीं हूं, इंसान हूं.’ इतना कहने के बाद हंसकर वहां से चल दिए।
ये विवादित बयान मंत्री हैं!
आदिम जाति कल्याण मंत्री विजय शाह का विवाद से चोली दामन का संबंध है। अब ऐसा भी नहीं है कि इस तरह की हरकत उन्होंने पहली बार की है। वो पहले भी ऐसा करते रहे हैं। वे कई बार आपत्तिजनक टिप्पणियों पर सुर्खियों में रह चुके हैं।
सीएम की पत्नी पर भी कर चुके हैं आपत्तिजनक टिप्पणी
एक बार पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की पत्नी साधना सिंह चौहान पर विवादित टिप्पणी कर दी थी। बाद में विजय शाह को मंत्री पद से इस्तीफा तक देना पड़ा था। बात वर्ष 2013 की है, जब विजय शाह जनजातीय कार्य मंत्री थे। तब खंडवा में एक कार्यक्रम के दौरान मंत्री विजय शाह ने तत्कालीन सीएम शिवराज सिंह चौहान की पत्नी पर विवादास्पद टिप्पणी की थी। इस टिप्पणी के बाद उन्हें मंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा था। यही नहीं एक और कार्यक्रम में बालिकाओं को टी-शर्ट बांटते समय उन्होंने कहा था, इनको दो-दो दे दो, मुझे नहीं पता ये नीचे क्या पहनती हैं…? ऐसे है मंत्री विजय शाह।
आज नहीं बजाओगे ताली, तो अगले जन्म में…
वर्ष 2013 के बाद 2018 में भी जहर उगला। शिक्षक दिवस समारोह चल रहा था, मंत्री विजय शाह ने मंच से कहा था, अगर आज गुरु के सम्मान में ताली नहीं बजाओगे तो, अगले जन्म में घर-घर जाकर ताली बजानी पड़ेगी। उनके इस बयान पर किन्नर समुदाय ने नारजगी जाहिर की थी।
अभिनेत्री विद्या बालन ने ठुकराया डिनर, तो रुकवा दी थी शूटिंग
बात 2020 की है। अभिनेत्री विद्या बालन अपनी फिल्म शेरनी की शूटिंग के लिए एमपी के जंगलों में शूटिंग कर रही थीं। उस समय शाह वन मंत्री थे और उनकी इच्छा हुई कि विद्या बालन के साथ डिनर किया जाए। लेकिन विद्या ने आमंत्रण ठुकरा दिया। तब अगले ही दिन शूटिंग क्रू की गाड़ियों को जंगल में प्रवेश से रोक दिया गया, जिससे पूरी फिल्म यूनिट को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा था।
लोग पूछते हैं कि कोई कमी तो नहीं है?
विजय शाह सितंबर 2022 में राहुल गांधी को निशाने पर लिया था। विजय शाह खंडवा में एक सभा को संबोधित करते हुए कांग्रेस नेता राहुल गांधी की शादी को लेकर भी आपत्तिजनक टिप्पणी कर दी थी। तब उन्होंने कहा था, अगर कोई लड़का 50-55 साल का हो जाए और शादी न करे तो लोग पूछते हैं कि कोई कमी तो नहीं है? इसको लेकर कांग्रेसियों ने भारी बवाल किया था।
टाइगर रिजर्व में प्रतिबंधित एरिया में की थी पार्टी
मंत्री विजय शाह एक बार चिकन पार्टी से जुड़े विवादों में भी घिर चुके हैं। तब भी उनका एक वीडियो वायरल हुआ था। इस वीडियों में वे अपने मित्रों के साथ सतपुड़ा टाइगर रिजर्व के प्रतिबंधित एरिया में पार्टी करते दिखे थे। उस पार्टी में मांसाहार परोसे जाने की बात भी सामने आई थी। वीडियो सामने आने के बाद जांच के आदेश तो दिए गए, लेकिन मामले में आज तक कोई जांच या कार्रवाई नहीं हुई।
शाह का इस्तीफा लेने से क्यों डर रही है बीजेपी?
आपको बता दें कि अक्सर विवादों में रहने वाले कुंवर विजय शाह का संबंध मकड़ाई के राजघराने से है। वो भाजपा के वरिष्ठ आदिवासी नेता माने जाते हैं। साल 1998 से लगातार अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित हरसूद विधानसभा सीट से विधायक चुने जाते रहे हैं। वो आठवीं बार के विधायक हैं। वे 2003 में पहली बार उमा भारती सरकार में कैबिनेट मंत्री बने थे। इसके बाद बाबूलाल गौर, शिवराज सिंह चौहान और अब मोहन यादव की सरकार में भी उन्हें कैबिनेट मंत्री का दर्जा मिला है। विजय शाह भारतीय जनता पार्टी के एक महत्वपूर्ण आदिवासी चेहरा माने जाते हैं। उनके बारे में कहा जाता है कि हरसूद और आसपास के आदिवासी इलाकों में उनकी अच्छी पकड़ है। मध्य प्रदेश में 21% आदिवासी मतदाता हैं और 47 सीटों पर खासा प्रभाव रखते हैं। यही वजह है कि बीजेपी उनके गटरछाप हरकत को सर आंखो पर रखती है।
…पीएम मोदी की भाजपा है
आज लोग कहते हैं कि ये अटल-आडवाणी की बीजेपी नहीं है पीएम मोदी की भाजपा है जहां वोट के लिए सब चलता है। सवाल ये है कि जब देश में कोई मंत्री, कर्नल सोफिया पर आपत्तिजनक बयान देकर भी मंत्री बना रह सकता है तो मोदी जी आपकी नारी सम्मान की बातें खोखली लगती है। जब हाई कोर्ट की जबलपुर खंडपीठ को ये कहना पड़े कि ये गटर स्तर का बयान है। उसके बाद भी मंत्री विजय शाह का इस्तीफा ना लेना बीजेपी की नैतिकता को कटघरे में खड़ा करता है। जरा सोचिए।