New Delhi,R.Kumar: कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने बुधवार को एक ऐसा बयान दे दिया कि पूरे भारत में सियासी घमासान मच गया है। दरअसल उन्होंने चुनावी प्रक्रिया में पारदर्शिता को लेकर सवाल खड़े करने के दौरान कहा कि उनकी लड़ाई सिर्फ बीजेपी और आरएसएस से नहीं बल्कि इंडियन स्टेट (भारतीय राज व्यवस्था) से भी है। अब इस दौरान शायद वो यह भूल गए कि इंडियन स्टेट में सिर्फ केंद्र सरकार या भाजपा शासित राज्य नहीं बल्कि पूरा देश है, राष्ट्रपति जिसका अधिपति होते हैं । भारतीय संविधान के अनुच्छेद 12 में इसकी परिभाषा और व्याख्या स्पष्ट की गई है।
राहुल गांधी ने क्या कहा ?
हालिया विधानसभा चुनावों का हवाला देते हुए राहुल गांधी ने चुनावी प्रक्रिया में पारदर्शिता पर सवाल खड़े किए। उन्होंने कहा, हमारी लड़ाई सिर्फ बीजेपी और आरएसएस से नहीं, बल्कि इंडियन स्टेट से भी है। अगर कोई ऐसा मानते हैं कि हम सिर्फ बीजेपी और आरएसएस के खिलाफ लड़ रहे हैं, तो ऐसा नहीं है, इंडियन स्टेट से भी लड़ रहे हैं। उन्होंने देश की हर संस्था पर कब्जा कर लिया है।
राहुल गांधी ने कहा कि मैंने साफ तौर पर कहा है कि महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में कुछ गलत हुआ है। चुनाव आयोग के काम करने के तरीके से हम असहज हैं। चुनाव आयोग वोटर लिस्ट को पारदर्शी बनाने से क्यों इनकार करेगा? हमें लिस्ट न देकर किस मसकद को पूरा किया जाता है?
BJP हुई हमलावर
राहुल गांधी के इस बयान के बाद बीजेपी को राहुल गांधी पर हमला करने का मौका मिल गया है। बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने लिखा, कांग्रेस का घिनौना सच उजागर हो गया। राहुल गांधी ने वह बात स्पष्ट रूप से कह दी, जो उनका सपना है। यह कोई रहस्य नहीं है कि राहुल गांधी और उनके इकोसिस्टम के अर्बन नक्सलियों और डीप स्टेट एक्टर्स के साथ गहरे संबंध हैं। ये वे लोग हैं, जो भारत को ‘बदनाम, अपमानित और खारिज’ करना चाहते हैं। कांग्रेस का इतिहास उन सभी ताकतों को प्रोत्साहित करने का रहा है जो एक कमजोर भारत चाहते हैं।
आपको बता दे कानूनी तौर पर और अंतरराष्ट्रीय मंचों में इंडियन स्टेट का प्रयोग होता रहा है। हालांकि, उनका बयान राजनीतिक है। ऐसे में ये साफ है कि अलग निहितार्थ नहीं है लेकिन मसला ये है कि वो कांग्रेस नेता होने के साथ देश की संसद के निर्वाचित सदस्य भी हैं। ऐसे में बीजेपी ने इसे सियासी मुद्दा बना दिया है।