HIGHLIGHTS
TMC सांसद ने राज्यसभा से दिया इस्तीफा।
कोलकाता कांड पर खफा थे TMC सांसद।
CM ममता की बढ़ी मुसीबत!
Kolkata, News Desk: कोलकाता के आरजी कर अस्पताल में लेडी डॉक्टर के साथ हुई दरिंदगी के विरोध में तृणमूल कांग्रेस के राज्यसभा सांसद जवाहर सरकार ने रविवार को अब से कुछ देर पहले इस्तीफा दे दिया। उन्होंने पार्टी सुप्रीमो ममता बनर्जी को पत्र लिखकर कहा कि मैंने अपना पद छोड़ने का फैसला लिया है। जवाहर प्रसाद के इस्तीफे के बाद कोलकाता से लेकर दिल्ली तक सियासी पारा चढ़ गया है।
CM ममता बनर्जी को लिखा पत्र
जवाहर सरकार ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को लिखे अपने पत्र में कहा कि उन्हें उम्मीद थी कि आरजी कर अस्पताल में हुई दरिंदगी को लेकर वह तुरंत कोई सख्त कदम उठाएंगी। वह पुरानी ममता बनर्जी की तरह इसपर एक्शन लेंगी। लेकिन उन्होंने तुरंत कोई ठोस कदम नहीं उठाया। कदम उठाया भी तो बहुत देर हो चुकी थी। उन्होंने उम्मीद जताई की राज्य में जल्द ही शांति बहाल होनी चाहिए और दोषियों को सख्त सजा मिलनी चाहिए।
उन्होंने कहा, ‘आरजी कर अस्पताल में हुई भयानक घटना के बाद से पीड़ित हूं और ममता बनर्जी की पुरानी शैली में आंदोलनकारी जूनियर डॉक्टर के साथ आपके सीधे हस्तक्षेप की उम्मीद कर रहा था। लेकिन ऐसा नहीं हुआ।’
जवाहर सरकार ने अपने पत्र में कहा है कि कोलकाता में हो रहा मौजूदा विरोध प्रदर्शन जिसने बंगाल को झकझोर कर रख दिया है, वह टीएमसी सरकार के ‘कुछ पसंदीदा लोगों और भ्रष्ट लोगों के अनियंत्रित दबंग रवैये’ के खिलाफ जनता के गुस्से का प्रतिबिंब है।
अप्रैल, 2026 तक था राज्यसभा का कार्यकाल
टीएमसी ने अगस्त 2021 में पूर्व नौकरशाह जवाहर सरकार को राज्यसभा भेजा था। उनका कार्यकाल अप्रैल, 2026 तक था। पश्चिम बंगाल में राज्यसभा में TMC के पास 13 सीटें, बीजेपी के पास 2, कांग्रेस और सीपीआई (एम) के पास एक-एक सीट है।
जवाहर सरकार के इस्तीफा के बाद पार्टी के अंदर और हलचल बढ़ सकती है. उनसे पहले सुखेंदु शेखर रॉय ने भी इस मामले को लेकर पुलिस के रवैए पर सवाल उठाए थे। इसके बाद उन्हें कोलकाता पुलिस के समन पर कलकत्ता हाईकोर्ट जाना पड़ा था। तृणमूल कांग्रेस की तरफ से अभी जवाहर सरकार के इस्तीफे पर कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। उम्मीद की जा रही है कि अब से कुछ देर में ही टीएमसी पार्टी के अंदर मथन के बाद बयान जारी करेगी।