
Religious Desk: भारत में संकट, बाधा और भय से मुक्ति के लिए लोग सदियों से हनुमान जी की शरण में जाते रहे हैं। धार्मिक मान्यता है कि जो भक्त सच्चे मन से हनुमान जी की पूजा करता है, उसकी हर मनोकामना पूर्ण होती है। लेकिन सवाल यह है कि कौन-सी पूजा हनुमान जी को सबसे शीघ्र प्रसन्न करती है?
पंडितों के अनुसार हनुमान चालीसा का नियमित पाठ सबसे प्रभावी उपाय माना गया है। ऐसा माना जाता है कि मंगलवार और शनिवार को हनुमान चालीसा का 11 बार पाठ करने से व्यक्ति के जीवन से भय, शत्रु और बाधाएं दूर होती हैं।
इसके अलावा सुंदरकांड का पाठ और बजरंग बाण का जाप भी विशेष फलदायी माना जाता है। धार्मिक मान्यता है कि सुंदरकांड में राम भक्त हनुमान की शक्ति, भक्ति और साहस का वर्णन है, जो पाठक को मानसिक, आर्थिक और सामाजिक संकटों से उबारने की ताकत देता है।
पंडितों का कहना है कि पूजा का प्रभाव मंत्रों में नहीं, भक्ति, नियम और श्रद्धा में होता है। पूजा के दौरान तिल का दीपक, लाल फूल और गुड़-चने का भोग लगाने से पूजा सिद्ध होती है।
धार्मिक ग्रंथों में वर्णन है कि जो व्यक्ति हनुमान जी को संकटमोचन के रूप में स्मरण करता है, उसके जीवन के सबसे कठिन दौर भी सरल हो जाते हैं। कई लोग इसे “मनोवैज्ञानिक शांति” भी कहते हैं, जहां भक्त खुद में आत्मबल और साहस पैदा करता है।
आध्यात्मिक विशेषज्ञों का दावा है कि अगर कोई व्यक्ति आर्थिक, स्वास्थ्य या पारिवारिक संकट से गुजर रहा है, तो 21 दिनों तक रोज सुबह हनुमान चालीसा नौकरशाही भाव से पढ़ने से अद्भुत सकारात्मक परिवर्तन देखने को मिल सकता है। यही कारण है कि आज भी करोड़ों लोग जीवन के हर डर, हर संकट और हर संघर्ष में सबसे पहले हनुमान जी की शरण में आते हैं।
प्रसिद्ध और चमत्कारी “सर्व-मनोकामना पूर्ण करने वाला मंत्र”
सर्व-मनोकामना सिद्धि मन्त्र
“ॐ हनुमते नमः”
क्यों शक्तिशाली माना जाता है?
यह बीज मंत्र है
सीधा हनुमान जी की ऊर्जा, बल और कृपा को आह्वान करता है।
मनोकामना सिद्धि, भय-नाश, सफलता और संकट से रक्षा के लिए अत्यंत प्रभावी है।
विशेष, कम ज्ञात लेकिन अत्यंत चमत्कारी मंत्र
“ॐ ऐं ह्रीं श्रीं हनुमते नमो भगवते सर्व मनोवांछितं सिद्ध्यन्तु स्वाहा॥”
इसे “सर्व-मनोकामना सिद्धि बीज मंत्र” कहा जाता है। धार्मिक मान्यता है कि यह मन, धन, स्वास्थ्य, कार्य, कोर्ट-कचहरी, और व्यापार में तेजी से परिणाम देता है
कैसे जप करें?
सुबह स्नान के बाद। लाल आसन पर बैठकर 108 बार रोज जप। कम से कम 21 दिन तक। तिल का दीपक, लाल फूल, गुड़-चने का भोग लगाएं। माना जाता है- जो इसे श्रद्धा से जपता है, उसकी रोकी हुई मनोकामना भी पूर्ण होती है और जीवन में चमत्कार जैसा परिवर्तन आता है।
सबसे गुप्त और शक्तिशाली “कवच मंत्र”
“ॐ ह्रां ह्रीं ह्रूं हनुमते रुद्रात्मकाय हुं फट्।”
यह भय, शत्रु, बाधा, कर्ज, संकट से तत्काल रक्षा करता है।
सबसे आसान + सबसे शक्तिशाली विकल्प
“ॐ हनुमते नमः”- सरल, सार्वभौमिक, चमत्कारी मंत्र है।
“ॐ ऐं ह्रीं श्रीं हनुमते… स्वाहा”- सर्व मनोकामना सिद्धि मंत्र है।
और अगर कुछ नहीं कर सकते तो एक नाम का जाप कीजिए। हनुमान जी आप पर कृपा अवश्य करेंगे। “राम” नाम का जाप करते रहिए।


