बशीरहाट : पश्चिम बंगाल के संदेशखाली हिंसा के मुख्य आरोपी शाहजहां शेख को गुरुवार को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। तृणमूल कांग्रेस नेता शेख प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के अधिकारियों की टीम पर हमले के बाद से फरार था। पुलिस ने कलकत्ता उच्च न्यायालय के आदेश पर उसे गिरफ्तार किया।
कैद में शाहजहां शेख
पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले की एक अदालत ने संदेशखाली से तृणमूल कांग्रेस नेता शेख शाहजहां को 10 दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया है। मिनाखान से तड़के गिरफ्तारी के बाद शेख को सुबह 10 बजकर 40 मिनट पर बशीरहाट की अदालत में पेश किया गया। राज्य पुलिस ने शेख को 14 दिन की हिरासत में भेजे जाने का अनुरोध किया था लेकिन अदालत ने 10 दिन की पुलिस हिरासत की मंजूर दी। जिले के संदेशखाली की महिलाओं ने शाहजहां शेख और उनके समर्थकों पर यौन शोषण व जमीन के पट्टों को कब्जाने का आरोप लगाया है। राज्य महाधिवक्ता की अर्जी पर उच्च न्यायालय ने बीते सोमवार को शाहजहां शेख की गिरफ्तारी का आदेश दिया था।
शाहजहां शेख पर हैं कई गंभीर आरोप
2024: महिलाओं के यौन शोषण का आरोपी
2024: ज़मीन क़ब्ज़ाने के मामले में आरोपी
2024: ED अफ़सरों से मारपीट का आरोपी
2022: राशन घोटाले में ED का केस
2022: ज़मीन क़ब्ज़ाने में मनी लॉन्ड्रिंग केस
2019: 3 BJP कार्यकर्ताओं की हत्या का आरोपी
मज़दूर से संदेशखाली के ‘भाई’ तक का सफ़र
शाहजहां शेख ने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत CPM के साथ ही की थी। शाहजहां शेख के चाचा मोस्लेम शेख़ CPM के नेता रहे हैं। साल 2011 में CPM के सत्ता से बाहर होने के बाद शाहजहां ने पार्टी बदल ली और साल 2013 में ये टीएमसी में शामिल हो गए। साल 2018 में ये अगरहाटी ग्राम पंचायत के डिप्टी हेड बने।
साल 2023 में पंचायत चुनाव के लिए दायर की गए हलफ़नामा के अनुसार इनके पास 17 गाड़ियां, 14 एकड़ ज़मीन है और इनकी सालाना कमाई 20 लाख रुपये है।
बेहद ही कम लोग जानते हैं कि शाहजहां शेख ने साल 2000 तक कंडक्टर, सब्जी विक्रेता, ड्राइवर के तौर पर भी काम किया था. अपने चाचा की देखरेख में मछली कारोबारी भी शुरू किया था।