मुरादाबाद: उत्तर प्रदेश के संभल से समाजवादी पार्टी के सांसद शफीकुर्रहमान बर्क का मंगलवार को 94 साल की उम्र में निधन हो गया है। उन्होंने मुरादाबाद के सिद्ध हॉस्पिटल में अंतिम सांस ली। सपा सांसद शफीकुर्रहमान बर्क लंबे समय से बीमार चल रहे थे। बर्क के निधन से समाजवादी पार्टी कार्यकर्ताओं में शोक की लहर दौड़ गई है।
1930 में हुआ था बर्क का जन्म।
शफीकुर्रहमान बर्क का जन्म 11 जुलाई 1930 को उत्तर प्रदेश के संभल में हुआ था। वह समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार के तौर पर से लोकसभा चुनाव जीतकर लोकसभा पहुंचे थे। उन्होंने पहली बार समाजवादी पार्टी की टिकट पर 1996 में लोकसभा चुनाव में जीत हासिल की थी। वहीं, वह 2014 में बसपा से लोकसभा चुनाव लड़े थे और जीत हासिल की थी। बर्क 4 बार विधायक और पांच बार सांसद रहे हैं।
सपा कार्यकर्ताओं में शोक की लहर।
शफीकुर्रहमान बर्क के निधन पर सपा ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर कहा कि समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता, कई बार के सांसद जनाब शफीकुर्रहमान बर्क साहब का इंतकाल, अत्यंत दु:खद। उनकी आत्मा को शांति दे भगवान। शोकाकुल परिजनों को यह असीम दु:ख सहने का संबल प्राप्त हो. भावभीनी श्रद्धांजलि! आपको बता दें कि पिछले दिनों सपा प्रमुख अखिलेश यादव उनका हाल चाल लेने अस्पताल गए थे।
पीएम मोदी ने की थी तारीफ।
अब हम आपको वो पल याद दिला रहे हैं जब प्रधानमंत्री मोदी ने सदन में उनकी जमकर तारीफ की थी, जिसके बाद पूरा सदन तालियों से गूंज उठा था। शफीकुर्रहमान बर्क लोकसभा में सबसे बुजुर्ग सासंद थे। बताया जाता है कि डॉ शफीकुर्रहमान बर्क सदन के हर सत्र में मौजूद रहते थे और हर मुद्दे पर सरकार को घेरने की कोशिश करते थे। सदन के प्रति उनकी निष्ठा और प्रतिबद्धता को देखते हुए पीएम नरेंद्र मोदी ने उनकी जमकर तारीफ की थी और अन्य सदस्यों को उनसे सीखने की बात कही थी। दरअसल, पिछले साल केंद्र सरकार ने 5 दिनों के लिए संसद का विशेष सत्र बुलाया था और पीएम सदन के पहले दिन सदस्यों को संबोधित कर रहे थे। इसी दौरान उन्होंने कहा, ’93 साल की उम्र होते हुए भी सपा सांसद डॉ शफीकुर्रहमान बर्क इस सदन में बैठे हैं। सदन के प्रति ऐसी निष्ठा हर सदस्य के अंदर होनी चाहिए’। इसके बाद पूरा सदन तालियों से गूंज उठा था।