HIGHLIGHTS
कोच गौतम गंभीर ने की मीडिया से बात।
चयनकर्ता अजीत अगरकर भी रहे मौजूद।
विराट, रोहित के भविष्य पर गंभीर ‘गौतम’।
New Delhi,R.Kumar : श्रीलंका दौरे पर जाने से पहले टीम के नए कोच गौतम गंभीर ने मीडिया से बात की और उनके कई सवालों का सीधा जवाब दिया। दरअसल, गौतम गंभीर और चयनकर्ता अजीत अगरकर के देखरेख में श्रीलंका के खिलाफ सीरीज के लिए भारतीय टीम का ऐलान किया गया है। टीम के ऐलान में सबसे बड़ा फैसला हार्दिक को टी-20 की कप्तानी न देने का रहा है। ऐसे में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान गंभीर ने उन तमाम सवालों के जवाब दिये जिसकी पिछले दिनों से चर्चा थी।
अजीत अगरकर भी रहे मौजूद
टी20 विश्व कप के बाद टीम इंडिया में कई महत्वपूर्ण बदलाव किये गए हैं। गौतम गंभीर नए मुख्य कोच बने, जबकि सूर्यकुमार यादव के रूप में भारत को नया टी20 कप्तान मिला है। हालांकि, कई चौंकाने वाले फैसले भी लिए गए। इन सभी मामलों को लेकर नए मुख्य कोच गौतम गंभीर ने आज प्रेस कॉन्फ्रेंस की। कोच बनने के बाद यह उनका पहला प्रेस कॉन्फ्रेंस रहा। उनके साथ मुख्य चयनकर्ता अजीत अगरकर भी मौजूद रहे।
ऋषभ पंत, केएल राहुल पर अगरकर का बयान
अगरकर ने कहा- ऋषभ लंबे समय से बाहर थे। इसलिए हम उन पर कप्तानी का बोझ डाले बिना उन्हें वापस लाना चाहते हैं। कोई व्यक्ति जो लंबे समय के बाद वापस आया है, आपको उसे धीरे-धीरे अपनी योजना में वापस लाने की जरूरत है। केएल, उन्हें जो फीडबैक मिला है उनमें से एक है ‘आपको रीसेट बटन दबाना होगा’। शुभमन एक ऑल-फॉर्मेट खिलाड़ी हैं, हम उन्हें इसी तरह देखते हैं।
विराट, रोहित के भविष्य पर गंभीर
गंभीर ने कहा- रोहित और विराट ने दिखाया है कि वह बड़े मौकों पर क्या कर सकते हैं, चाहे वह वनडे विश्व कप हो या टी20 विश्व कप। मुझे लगता है कि इन दोनों में खूब क्रिकेट बची है। चैंपियंस ट्रॉफी और उससे पहले ऑस्ट्रेलियाई दौरे के लिए दोनों काफी मोटिवेटेड होंगे। उम्मीद है अगर वे अपनी फिटनेस जारी रख सके तो 2027 विश्व कप दूर नहीं है। कह नहीं सकता कि विराट और रोहित में कितना क्रिकेट बचा है, ये सिर्फ वो दोनों फैसला कर सकते हैं। उन्हें यह फैसला करना है कि वह टीम को अपना कितना योगदान दे सकते हैं, क्योंकि आखिरकार टीम को कामयाब बनाना है। लेकिन दोनों में अभी खूब क्रिकेट बची है। दोनों वर्ल्ड क्लास प्लेयर्स हैं।
सोच-समझकर लिया गया कप्तानी का फैसला-अगरकर
सूर्यकुमार की टी20 बल्लेबाजी को लेकर कभी चिंता नहीं रही। कप्तानी का फैसला बहुत सोच-समझकर लिया गया था, यह कोई रातोरात लिया गया फैसला नहीं था। कोई खिलाड़ी टीम में अपनी जगह को लेकर आसान महसूस नहीं करता, जब टीम में आपकी जगह खतरे में हो तो। कप्तानी को लेकर फैसला काफी सोच विचारकर लिया गया है। इसको लेकर काफी विचार किए गए, ड्रेसिंग रूम से पूछा गया और मुझे लगता है कि सूर्यकुमार इन सभी में खरे उतरे।