हैदराबाद: देश में यों तो 543 लोकसभा सीट पर चुनाव हो रहे हैं और सभी का अपना-अपना महत्व है। लेकिन इसी में से कुछ ऐसी सीट भी है जो हर चुनाव में चर्चा में रहती है। आइए आज आपको बताते हैं हैदराबाद लोकसभा सीट पर एक बार फिर क्यों सबकी निगाह टिकी हुई है। दरअसल इस बार भी यहां से असदुद्दीन ओवैसी ही मैदान में हैं।
एक तो ओवैसी की वजह से यह हॉट सीट है। लेकिन इस बार उनके खिलाफ जो प्रत्याशी चुनावी मैदान में हैं, वो हैं माधवी लता। माधवी लता बीजेपी की उम्मीदवार हैं। माधवी को जैसे ही भाजपा ने टिकट दिया अचनाक ही माधवी लता पर सबकी निगाहें गई। और देखते ही देखते आज की तारीख में हर कोई उनके बारे में जानना चाहता है कि आखिर कौन हैं माधवी लता। चलिए आपको बताते हैं माधवी लता के बारे में।
कौन हैं माधवी लता?
49 वर्षिय माधवी लता हैदराबाद की रहने वाली हैं। इनके पिता मिलिट्री इंजीनियरिंग सर्विस में स्टोर इंचार्ज थे। माधवी लता एक अच्छी वक्ता है। माधवी ने हैदराबाद के निज़ाम कॉलेज से ग्रेजुएशन की पढ़ाई की है। वो एमए तक पढ़ी हुई हैं। वो भरतनाट्यम डांस की ट्रेनिंग ले चुकी हैं। वो पेंटिंग करती हैं और समाजसेवा में भी सक्रिय रही हैं। माधवी लता एक अस्पताल के प्रशासन में भी हैं. माधवी के तीन बच्चे भी हैं।
माधवी के पति विश्वनाथ शर्मा ने भी आईआईटी चेन्नई से पढ़ाई की है। माधवी और विश्वनाथ की शादी का किस्सा भी दिलचस्प है। दोनों शादी के एक विज्ञापन के ज़रिए एक-दूसरे से जुड़े थे। माधवी कहती हैं- मेरी शर्त थी कि शादी करनी है तो सारा खर्च उठाना होगा, तो वो शादी का सारा खर्च करके मुझे लेकर गए।
मुस्लिम महिलाओं के बीच भी लोकप्रिय हैं माधवी लता !
आपको बात दें कि हैदराबाद में 13 मई को वोट डाले जाएंगे। हैदराबाद में जो सात सीटें हैं, उनमें सिर्फ़ एक सीट गोशामहल है, जिसके विधायक बीजेपी के टी राजा सिंह हैं. बाकी की सीट पर एआईएमआईएम के विधायक हैं। माधवी का दावा है कि उनकी मुस्लिम महिलाओं के बीच मज़बूत पकड़ है और वो मुस्लिम महिलाओं के लिए काम करती रही हैं। माधवी लता के एनजीओ की वेबसाइट पर ऐसे ही दावे किए जाते हैं। वेबसाइट के मुताबिक़- माधवी लता स्वास्थ्य, शिक्षा के क्षेत्र में सक्रिय हैं। वहीं माधवी लता तीन तलाक़ के ख़िलाफ़ भी काफी सक्रिय रही हैं। वो कहती हैं कि 8-10 महीने पहले मैंने हैदराबाद लोकसभा क्षेत्र में फ्री में 1008 नॉर्मल डिलिवरी करवाने का ऐलान किया। मेरे सिर्फ़ इस काम को देखकर दिल्ली में बैठे मोदी भाई ने मुझे मौक़ा दिया। वो मुझसे मिले नहीं हैं, वहीं से बैठकर मेरे काम को देखते हुए मुझे मौका दिया है।
AIMIM की कट्टर आलोचक हैं माधवी
माधवी लता समाजिक कार्यकर्ता रही हैं। वो अपनी संस्था के जरिए लोगों की मदद करती हैं। उनका कहना है कि AIMIM यहां से लगातार जीतती रही है। लेकिन यहां के आम आवाम के हालात नहीं बदले हैं। यहां लोगों को बुनियादी जरूरते भी यहां के सांसद ने पूरा नहीं किया। बीजेपी द्वारा उन्हें अपना उम्मीदवार घोषित करने के बाद अब उन्होंने सोशल मीडिया पर अपनी प्रोफाइल में ‘मिशन हैदराबाद पार्लियामेंट’ जोड़ दिया है।
माधवी लता ओवैसी को दे पाएंगी मात!
हैदराबाद AIMIM का गढ़ माना जाता है। यहां 1984 के बाद से हर चुनाव में हैदराबाद पर असदुद्दीन ओवैसी जीतते रहे हैं। 2019 में बीजेपी के भगवंत राव के खिलाफ 2.82 लाख वोटों के अंतर से जीत हासिल करने वाले ओवैसी ने 2014 में अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी को 2.02 लाख वोटों के अंतर से हराया था। असदुद्दीन ओवैसी के पिता सुल्तान सलाहुद्दीन ओवैसी 6 बार हैदराबाद से चुने गए थे। 1996 में उन्होंने बीजेपी के वरिष्ठ नेता एम. वेंकैया नायडू को हराया था। 2004 में खराब स्वास्थ्य के कारण सलाहुद्दीन ओवैसी ने चुनाव नहीं लड़ा और तब से असदुद्दीन ओवैसी इस निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। ऐसे में इस बार माधवी लता के चुनाव मैदान में आ जाने के बाद हैदराबाद सीट पहले से ज्यादा चर्चित हो गया। रिजल्ट चाहे जो भी आए लेकिन इतना तो तय है कि इस बार हैदराबाद में असदुद्दीन ओवैसी के खिलाफ बीजेपी ने महिला उम्मीदवार देकर मुकाबले को दिलचस्प बना दिया है।