- एग्रीस्टेक, 5 साल पुराने वादों और आईजीआरएस समेत मामलों के निस्तारण पर जोर
- एसडीएम का अधिकारियों, कर्मचारियों को मुख्यालय न छोड़ने का आदेश
घोसी। जिलाधिकारी प्रवीण मिश्र के निर्देश के अनुपालन में एसडीएम घोसी राजेश अग्रवाल ने तहसीलदार, नायब तहसीलदार, राजस्व निरीक्षक, पेशकार, लिपिक समेत लेखपालों के साथ तहसील सभागार में बैठक की। बैठक में प्रतिदिन युद्धस्तर 10000 एग्री स्टेक, IGRS पर दिए गए प्रार्थना पत्र की गुणवत्ता पूर्वक जांच, 5 वर्ष से ऊपर मुकदमों की सुनवाई दिन प्रति दिन करके जीरो करना, आय, जाति, अधिवास, धारा 98, धारा 80, मुख्यमंत्री जनता दर्शन प्रार्थना पत्र, अंश निर्धारण, ई परवाना, नक्से का डिटाइजेशन, ऑनलाइन, भू-बंधक, निर्विवाद वरासत, राजस्व वसूली, प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत चयनित 3 ग्रामों में भूमि की उपलब्धता, तहसील दिवस, थाना दिवस पर आए प्रार्थना पत्रों के निस्तारण की विस्तृत समीक्षा की गई।
एसडीएम राजेश अग्रवाल ने अधिनस्थों को निर्देश दिया कि जनपद की बेहतर स्तिथि के लिए पूरी निष्ठा और मनोयोग से कार्य करे। उन्होंने कहा कि मुख्यालय न छोड़े जिससे जनता की समस्याओं का शीघ्र निस्तारण हो सके। विपरीत दशा में व्यक्तिगत जिम्मेदारी तय की जाएगी।
इस दौरान घोसी तहसीलदार धर्मेंद्र पाण्डेय, नायब तहसीलदार निशांत मिश्र, स्टेनो विपिन, पेशकर आशुतोष, अमरेश, कानूनगो रामेंद्र पाण्डेय, चंद्रशेखर, सुधाकर, मतीन लेखपाल अरविंद पाण्डेय, विवेक सिंह, रितेश सिंह समेत कानूनगो लेखपाल मौजूद रहे।
विजपुरा में एसडीएम ने एग्रीस्टैक का किया निरीक्षण
घोसी। उपजिलाधिकारी घोसी राजेश कुमार अग्रवाल ने विजपुरा में एग्री स्टैक का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने लेखपाल श्रवण कुमार और रवि कुमार को मौके पर पाया। उन्होंने बताया कि लेखपाल श्रवण कुमार ने 1905 गाटों के सापेक्ष 1203 और लेखपाल रवि कुमार ने 1923 गाटों के सापेक्ष 1389 गाटों का एग्री स्टैक सर्वेक्षण कर लिया था। उन्होंने दोनो लेखपालों को निर्देश दिया कि शेष कार्य 3 दिन में पूरा कर पंचायत सहायक को सहयोग प्रदान करते हुए तहसील का कार्य पूर्ण कराएं।